नगर पर्षद उपाध्यक्ष नाहिदा परवीन ने दिया इस्तीफा
भभुआ सदर : नगर पर्षद भभुआ में नप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उठापटक का दौर जारी है. गुरुवार को नगर पर्षद में उपाध्यक्ष नाहिदा परवीन ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया. इस्तीफा भी उस वक्त आया जब उनके व अध्यक्ष के खिलाफ विपक्षी पार्षदों द्वारा लाये गये […]
भभुआ सदर : नगर पर्षद भभुआ में नप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उठापटक का दौर जारी है. गुरुवार को नगर पर्षद में उपाध्यक्ष नाहिदा परवीन ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया. इस्तीफा भी उस वक्त आया जब उनके व अध्यक्ष के खिलाफ विपक्षी पार्षदों द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर बहस व बैठक के मात्र दो दिन शेष रह गये हैं.
उपाध्यक्ष के त्यागपत्र को लेकर अब शहर में दूसरे कयास लगाये जाने शुरू हो गये है. नगर पर्षद की राजनीति से चाव रखने वाले कुछ पुराने जनप्रतिनिधियों की मानें तो अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जोड़ तोड़ की राजनीति अब चरम पर आ चुकी है और आनेवाले दो दिनों में और भी चौकाने वाले मामले सामने आ सकते है.
उधर, गुरुवार को नगर पर्षद की उपाध्यक्ष नाहिदा परवीन के त्यागपत्र देने के संबंध में नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव का कहना था कि उपाध्यक्ष के त्यागपत्र दे देने के बाद नियमतः एक सप्ताह तक अध्यक्ष को त्यागपत्र को स्वीकार या अस्वीकार करने का निर्णय ले लेना है. इसके बाद उपाध्यक्ष का त्यागपत्र स्वतःस्फूर्त स्वीकृत मानी जायेगी. इसलिए अविश्वास प्रस्ताव पर 29 जून को बुलाये गये बैठक में अब अध्यक्ष के खिलाफ बहस और जरूरत पड़ने पर वोटिंग होगी.
रुपये लेने के आरोपों से घिरे पार्षदों ने सौंपे जवाब: इधर,नगर अध्यक्ष जैनेंद्र आर्य ने उनके खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर वोट के लिये रुपये लेने के आरोपों से घिरे सभी सात पार्षदों ने बुधवार तक अपने-अपने लिखित जवाब जांच अधिकारी को सौंप दिये थे. जिसमें सभी पार्षदों ने विकास तिवारी से रुपये लेने की बात स्वीकारी है.
गौरतलब है कि शहर के वार्ड चार के पार्षद त्रिभुवन सिंह, वार्ड आठ के पार्षद राकेश कुमार, वार्ड नौ के पार्षद संजय माली, वार्ड 10 के पार्षद बदरुद्दीन राईन, वार्ड 11 की पार्षद प्रीति कुमारी, वार्ड 14 की पार्षद मीना देवी, वार्ड दो की पार्षद शकुंतला देवी पर नगर अध्यक्ष ने उनके खिलाफ लाये जानेवाले अविश्वास प्रस्ताव पर वोट के बदले नोट लेने का आरोप लगाया था.
इस मामले में अध्यक्ष ने नगर विकास विभाग व हाइकोर्ट में अर्जी भी दाखिल की है. इधर,रुपये लेने के आरोपों का सामना कर रहे सभी पार्षदों ने भी नगर अध्यक्ष पर उनके पक्ष में आने के लिये व्हाट्सएप पर 10 लाख रुपये देने का प्रलोभन देने का सुबूत जांच अधिकारी व वरीय उप समाहर्ता अमरेश कुमार अमर को सौंपा है.
कहीं फिर से उपाध्यक्ष बनने के लिए तो नहीं दिया इस्तीफा
नप उपाध्यक्ष नाहिदा परवीन के त्यागपत्र दे देने से शहर में सरगर्मी बढ़ गयी है. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नगर पर्षद में चल रही उठापठक पर एक पूर्व वार्ड पार्षद की माने तो उपाध्यक्ष ने फिर से नगर पर्षद के उपाध्यक्ष के पद पर काबिज होने की खातिर अपनी चाल चली है. लेकिन, गुरुवार को एकाएक अपने पद से उपाध्यक्ष के त्यागपत्र दे देने से उपाध्यक्ष के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर अब खेल रोचक हो गया है.