विश्व के 70 प्रतिशत जलीय भू-भाग में पीने लायक है मात्र एक प्रतिशत जल : मंत्री

भभुआ : विश्व के भू भाग में 70 प्रतिशत जल होने के बावजूद आज पीने लायक मात्र एक प्रतिशत ही जल बचा हुआ है. दिन प्रतिदिन बढ़ रहे जल संकट से निबटने के लिये हमें प्रकृति से नजदीक का रिश्ता का जोड़ना होगा. उपरोक्त बातें कार्यक्रम में बोलते हुए प्रभारी मंत्री सह बिहार सरकार के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2019 8:20 AM

भभुआ : विश्व के भू भाग में 70 प्रतिशत जल होने के बावजूद आज पीने लायक मात्र एक प्रतिशत ही जल बचा हुआ है. दिन प्रतिदिन बढ़ रहे जल संकट से निबटने के लिये हमें प्रकृति से नजदीक का रिश्ता का जोड़ना होगा.

उपरोक्त बातें कार्यक्रम में बोलते हुए प्रभारी मंत्री सह बिहार सरकार के मंत्री संतोष प्रसाद निराला ने कही. उन्होंने कहा कि पिछले 10 से 15 वर्षों में विश्व स्तर पर गंभीर जल संकट का मामला दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा है.
हम कह सकते हैं कि आज की हमारी पीढ़ी शायद इस गंभीर जल संकट के प्रभाव से बच जायें, लेकिन आने वाली पीढ़ी अगर जल संरक्षण को लेकर हम चेते नहीं, तो एक-एक बूंद के लिये संघर्ष करेगी. इसलिये हमें स्वच्छ बिहार ही नहीं हरित बिहार भी बनाना है.
जल जीवन हरियाली योजना को भी देना होगा जनआंदोलन का रूप : डीएम भभुआ. ओडीएफ अभियान की तरह जल जीवन हरियाली योजना को भी जन आंदोलन का रूप देना होगा. योजना को मूर्त रूप देने के लिये कैमूर वासियों को आगे आना पड़ेगा. उक्त बातें कैमूर डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने कार्यक्रम के दौरान कही.
उन्होंने कहा कि गत वर्ष ही सूबे में कैमूर जिले का स्थान 11वें नबंर पर आया था. लेकिन, सही मायने में ओडीएफ का मतलब तब तक पूरा नहीं कहा जा सकता है जब तक इस अभियान को शत-प्रतिशत स्थायित्व न प्रदान कर दिया जाये. अभी भी कुछ गांवों में खुले में शौच करने की प्रथा पूरी तरह खत्म नहीं हुई है इस पर गंभीरता से मनन कर गांव वासियों को ही आगे आना होगा.

Next Article

Exit mobile version