पानापुर पंचायत में यूपी के लोग करते हैं पैक्स चुनाव में मतदान

मोहनिया सदर : पैक्स चुनाव को लेकर पैक्स की मतदाता सूची में कुछ लोगों द्वारा गड़बड़झाला करने का मामला परवान चढ़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर गुरुवार के दिन उपमुखिया अमितेश कुमार ने जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी को आवेदन दिया है. डीएम को दिये गये आवेदन में एक पैक्स अध्यक्ष पर मनमाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2019 9:28 AM

मोहनिया सदर : पैक्स चुनाव को लेकर पैक्स की मतदाता सूची में कुछ लोगों द्वारा गड़बड़झाला करने का मामला परवान चढ़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर गुरुवार के दिन उपमुखिया अमितेश कुमार ने जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी को आवेदन दिया है. डीएम को दिये गये आवेदन में एक पैक्स अध्यक्ष पर मनमाने ढंग से अपने रिश्तेदारों का नाम पैक्स की मतदाता सूची में जोड़ने का आरोप लगाया गया है.

इसमें बताया गया है कि पैक्स अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला के सैय्यदराजा थाना क्षेत्र के महेशी गांव निवासी अपने रिश्तेदारों का नाम मतदाता सूची में जोड़ दिया गया है. इसके साथ ही इसमें बहुत से पंचायत के बाहरी लोगों का नाम भी शामिल है. उन्होंने इस पूरे मामले की जांच करा कर फर्जी मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से विलोपित करने की गुहार लगायी है.
रिश्तेदारों को जिताने के लिए यूपी के लोग आ जाते हैं बिहार : प्रखंड के पानापुर पंचायत में कुछ ऐसे मतदाताओं का नाम सामने आया है. जो पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला के महेशी गांव के रहनेवाले हैं. लेकिन, अपने रिश्तेदारों व पदाधिकारियों की मिलीभगत से पैक्स के मतदान में अपने प्रत्याशी रिश्तेदार को चुनाव जिताने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग बिहार में करते हैं.
इसके साथ ही दर्जनों ऐसे लोगों का नाम भी सामने आया है जो बाहर के हैं, जिनका पानापुर पंचायत से कोई वास्ता ही नहीं है. इनकी जानकारी तक किसी को नहीं है. फिर भी ऐसे लोग पैक्स चुनाव में प्रत्याशियों के रूप में चुनाव मैदान में उतरने वाले अपने रिश्तेदारों व करीबियों के पक्ष में मतदान करने के लिए खासतौर से बुलाये जाते हैं.
इसका खुलासा उस समय हुआ. जब पंचायत के उप मुखिया अमितेश कुमार सिंह ने पैक्स की मतदाता सूची में दर्ज नाम के अनुसार अपने पंचायत के मतदाताओं की खोज करना शुरू किया.
इस दौरान पता चला कि पैक्स के मतदाता सूची में पड़ोसी राज्य के साथ बाहर के लोगों का भी नाम दर्ज है. इसके साथ ही मतदाता सूची में बहुत सी ऐसी युवतियों का नाम शामिल है, जो विवाह होने के बाद अपने ससुराल चली गयी है. फिर भी पैक्स चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए अपने मायके वापस आ जाती हैं. मतदाता सूची में बहुत से ऐसे बच्चों का नाम भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है.
इस तरह कहा जाये तो पानापुर ही नहीं. बल्कि प्रखंड के कई पंचायतों में ऐसे मतदाताओं की तलाश किया जाये, तो और लोगों का नाम भी सामने आ सकता है जो उस पंचायत के निवासी है ही नहीं.
सबसे सोचने वाली बात तो यह है कि आखिर बाहर के लोगों का नाम यहां की मतदाता सूची में किस आधार पर जोड़ दिया जाता है. क्या नाम जोड़ने के लिए किसी तरह के पहचान पत्र की आवश्यकता नहीं पड़ती.
जाली पहचान पत्र देकर नाम पैक्स की मतदाता सूची में जोड़ दिया जाता है. आखिर संबंधित पदाधिकारी ऐसे मामलों की जांच क्यों नहीं करते हैं. इस तरह के मामले पूरी प्रशासनिक व्यवस्था पर सवालिया निशान लग रहा है.
उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची में दर्ज हैं इनके नाम
क्रमांक नाम पिता
1621 प्रशांत कुमार सिंह अखिलेश प्रसाद सिंह
1622 अखिलेश प्रसाद सिंह चंद्रिका सिंह
1623 राजीव रंजन सिंह दरोगा सिंह
1583 रिशु कुमारी स्व० कमलेश सिंह
1265 मनीष कुमार सिंह ललन सिंह
1270 अनिल सिंह मथुरा सिंह
1300 अजय कुमार सिंह वंशनरायण सिंह
1299 आलोक कुमार सिंह शालिग्राम सिंह
1934 कुमारी वर्षा सिंह अखिलेश प्रसाद सिंह
बोले जिलाधिकारी
इस संबंध में पूछे जाने पर डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने कहा कि पैक्स की मतदाता सूची के साथ उत्तर प्रदेश की उस मतदाता सूची की जांच करायी जायेगी, जहां उन लोगों का नाम दर्ज है. यदि ऐसा पाया गया, तो वहां के पैक्स अध्यक्ष से जवाब-तलब किया जायेगा कि आखिर यूपी में रहने वालों का नाम यहां की पैक्स मतदाता सूची में कैसे जोड़ दिया. साथ ही वैसे लोगों का नाम पैक्स की मतदाता सूची से विलोपित करते हुए पैक्स अध्यक्ष पर कार्रवाई की जायेगी.

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