ओवरलोडेड वाहनों से नहर पथ हो रहा बर्बाद, लगे बैरियर
भभुआ : बालू लदे ओवरलोडेड वाहन एनएच दो से लेकर ग्रामीण क्षेत्र व नहरों पर बनी सड़क तक को बर्बाद कर रहे हैं. एनएच दो के प्रोजेक्ट मैनेजर के बाद अब सोन उच्चस्तरीय नहरों पर नवनिर्मित सड़कों को भी ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों के ढुलाई से बर्बाद होते देख जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख […]
भभुआ : बालू लदे ओवरलोडेड वाहन एनएच दो से लेकर ग्रामीण क्षेत्र व नहरों पर बनी सड़क तक को बर्बाद कर रहे हैं. एनएच दो के प्रोजेक्ट मैनेजर के बाद अब सोन उच्चस्तरीय नहरों पर नवनिर्मित सड़कों को भी ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों के ढुलाई से बर्बाद होते देख जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख ने कैमूर व रोहतास डीएम को पत्र लिखा है. नहरों पर बने रोड को बचाने के लिए बैरियर लगाने की मांग की है.
उक्त मामले को लेकर चेनारी विधायक लल्लन पासवान द्वारा जल संसाधन मंत्री बिहार सरकार को पत्र लिखे जाने के बाद सरकार ने मामले में संज्ञान लिया है. इसके बाद जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख(सृजन) द्वारा नहरों पर बने रोड पर बैरियर लगाने को लेकर जिलाधिकारी रोहतास और कैमूर को पत्र लिखा गया है.
गौरतलब है कि अभी हाल ही में कर्मनाशा पुल टूट जाने के बाद कर्मनाशा नहर पथ से बिहार से यूपी और यूपी से बिहार आने-जाने वाले बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों के कारण कर्मनाशा पथ के क्षतिग्रस्त होने के हवाला देते हुए बैरियर लगाने को लेकर जल संसाधन विभाग द्वारा कैमूर डीएम को पत्र लिखा गया था. इसके बाद अब सोन उच्च स्तरीय नहर पथ के भी बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों से क्षतिग्रस्त होने का सामने आया है.
इसे लेकर रालोसपा विधायक ने रोहतास में लांजी पुल, कुडंवा पुल बेलासपुर, एनएच पर बेदा नहर के पास आदि जगहों के साथ कैमूर के सवार बगही पुल के पास, बेलांव पुल के पास, सरैयां गांव के पास, भगवानपुर गांव के पास आदि जगहों पर लगभग दर्जन भर से अधिक बैरियर लगाने की बात सरकार को लिखी है.
इसके आलोक में अब अभियंता प्रमुख सिंचाई सृजन ने रोहतास व कैमूर डीएम से बैरियर लगाने को लेकर जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों को अपने स्तर से निर्देशित करने को कहा है.
डेहरी से भभुआ तक है सोन उच्चस्तरीय नहर पथ
रोहतास जिले के इंद्रपुरी बराज से निकलने वाला सोन उच्च स्तरीय नहर पथ डेहरी से लेकर सासाराम होते हुए चेनारी, रामपुर, भगवानपुर तथा भभुआ प्रखंड तक आता है. हालांकि, इस पथ का पक्कीकरण जल संसाधन विभाग द्वारा नहर संचालन व निरीक्षण के उद्देश्य से कराया गया है.