मोहनिया शहर. डीएपी खाद की किल्लत के बीच किसानों के लिए मंगलवार को इफको का 18400 बोरा डीएपी डाई खाद कैमूर पहुंची. संभवतः रैक प्वाइंट से केंद्र पर भेजे जाने के बाद गुरुवार से खाद का वितरण शुरू कर दिया जायेगा. मालूम हो कि पिछले कई दिनों से डीएपी खाद के लिए किसान मारे-मारे फिर रहे हैं. ऐसे में ओडिशा के पारादीप से इफको का 18400 बोरा डीएपी व 6050 बोरा एपीएस खाद भभुआ रोड के रैक प्वाइंट पर पहुंचा है. उसे सभी सहकारी समितियाें, इफको बाजार, बिस्कोमान केंद्र पर भेजा जायेगा, जहां से किसानों के बीच संभवतः बुधवार या गुरुवार से वितरण शुरू किया जायेगा. ऐसे में डीएपी की भारी किल्लत के बीच 18400 बोरा खाद किसानों के जख्म पर मरहम साबित होगी. गौरतलब है कि इन दिनों किसान धान की कटाई से लेकर गेहूं की बुआई में जुटे हैं. गेहूं की बुवाई में डीएपी खाद की आवश्यकता होती है, ऐसे में पिछले कई दिन से बाजार में कहीं डीएपी डाई खाद नहीं मिल रही है, जिससे किसान यूपी के आलवा दूसरे जगह से खाद लाने को मजबूर थे. जबकि, कई किसान तो मजबूरी में बिना डाई खाद के ही बुआई कर दी. किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराने के लिए व किसानों को हो रही परेशानी को लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर किसी अधिकारी तक ने ध्यान नहीं दिया. # बक्सर में मंगवाया गया था 2500 बोरा डीएपी गेहूं की बुआई को लेकर किसान डीएपी डाई खाद के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं. ऐसे में इस पीक सीजन में अब तक 2500 बोरा ही डीएपी खाद का वितरण किया गया है. इसके पहले एक भी डीएपी खाद का रैक कैमूर नहीं आया था. इसके पहले बक्सर से 2500 बोरी इफको डीएपी मंगवाया गया था, जिसमें रामगढ़ बिस्कोमान केंद्र को 500 बोरा, मोहनिया बिस्कोमान केंद्र को 500 बोरा, चैनपुर बिस्कोमान केंद्र को 500 बोरा, कुदरा बिस्कोमान केंद्र को 500 बोरा व इफको बाजार भभुआ को 500 बोरा आवंटन किया गया था, जिसे किसानों के बीच भारी मांग के चलते काफी मशक्कत के बाद सभी केंद्र पर वितरण किया जा सका. हालांकि, जो बक्सर से 100 टन खाद मंगवायी गयी थी, उसे भेजा अभी बाकी है. खेती के समय खाद की हमेशा रहती है किल्लत जिले के किसान डीएपी हो या यूरिया हमेशा खाद की किल्लत को लेकर खेती के समय ही परेशान रहते हैं. लेकिन किसानों की समस्या को लेकर अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. खाद की किल्लत के बीच 2019 में कटराकला केंद्र पर खाद के लिए दो गांव के बीच मारपीट के साथ गोलीबारी तक हो गयी थी, जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हुए थे. इसके बाद भी हमेशा गेहूं और धान की खेती के समय खाद की समस्या बनी रहती है. जहां इस सीजन के लिए भी मंगलवार को कैमूर पहुंचे डीएपी खाद के रैक से किसानों का आवश्यकता पूरा नहीं होती मालूम पड़ रही है. # क्या कहते हैं अधिकारी इस संबंध में इफको के फील्ड ऑफिसर नवनीत कुमार ने बताया डीएपी खाद की आवश्यकता को देखते हुए ओडिशा के पारादीप से रैक मंगवाया गया हैं, जिसमें 18400 बोरा डीएपी व 6050 एपीएस खाद कैमूर के लिए आवंटित है, जिसे बिस्कोमान केंद्र, इफको बाजार व सहकारी समितियों के बीच वितरित किया जायेगा.
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