भभुआ (नगर) : भभुआ स्थित अंतरराज्यीय बस पड़ाव का हाल-बेहाल है. बस पड़ाव का आलम यह है कि यहां पहुंचनेवाले यात्रियों को रोज असुविधाओं का दंश ङोलनी पड़ती है. लेकिन, इस बस स्टैंड के जीर्णोद्धार के लिए न ही प्रशासन अमला आगे आ रहा है न ही कोई जनप्रतिनिधि.
इससे मुख्यालय सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों से हजारों की संख्या में पहुंचने वाले यात्रियों को रोज दो-चार समस्याओं से जूझना पड़ता है.
गौरतलब है कि पिछले दो-तीन दिनों से रुक-रुक हो रही बारिश से बस पड़ाव की स्थिति नारकीय हो गयी है. स्थिति यह है कि बस पड़ाव के भीतर बारिश के पानी से जलजमाव हो गया है. इससे यात्रियों को बस के अलावा आस-पास के क्षेत्रों के लिए जाने वाले बस स्टैंड के भीतर लगी.
छोटी वाहनों पर सवार होने के लिए यात्रियों को इस जलजमाव से हो कर गुजरना पड़ रहा है. इस दौरान कई यात्री पैर फिसल जाने से गिर जाने से घायल भी हो जाते हैं. वही इस जल जमाव में यात्रियों के सामान भी गिर कर खराब हो जाते हैं.
दूर-दूर से आते हैं यात्री
भभुआ अंतरराज्यीय बस पड़ाव से बिहार ही नहीं बल्कि झारखंड, उत्तरप्रदेश सहित बंगाल के कोलकाता तक को जाने वाली बसें खुलती हैं. इससे इस बस पड़ाव में प्रति दिन भभुआ से अन्य प्रांतों के लिए आम जन के अलावा हजारों की संख्या में व्यापारी वर्ग के लोग भी पहुंचते हैं, लेकिन जैसे ही बस पकड़ने के लिये यात्री पहुंचते हैं.
यात्रियों की पीड़ा
हजारों की संख्या में बस स्टैंड पहुंचने वाले यात्रियों की मानें तो इस बस पड़ाव में सुविधाओं का घोर अभाव है. व्यवसायी गोपाल जायसवाल, राजन गुप्ता, शिव प्रकाश, एहतेशाम अंसारी व चैनपुर प्रखंड के दिनकर पटेल, भभुआ प्रखंड के विद्या शंकर आदि ने बताया कि बरसात में बस पड़ाव झील में तब्दील हो जाता है. बस पड़ाव में बने यात्री शेड अतिक्रमणकारियों की भेंट चढ़ गये हैं. इससे महिलाओं को परेशानी होती है.