मोहनिया (सदर) : स्थानीय जगजीवन हॉल में सोमवार को दलित सेना का जिलास्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन दलित सेना के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार साधु ने किया.प्रदेश अध्यक्ष ने अपने संबोधन में मांझी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पर ग्रहण लग चुका है. सूबे के मुखिया का दलित होने के बावजूद भी दलितों पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं.
यह सोचने वाला विषय है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मंदिर में पूजा करने जाते हैं. उसके बाद मंदिर को धुलवाया जाता है और इस घटना की पुष्टि भी सीएम खुद करते हैं, तो अप सहज ही अनुमान लगा सकते हैं कि जिस राज्य के मुखिया के साथ ऐसी घटनाएं होती हैं, तो वहां की दलित जनता के साथ क्या होता होगा.
बिजली के लिए पांच हजार रुपये अधिकारियों को घूस देते हैं. इससे विचित्र घटना और क्या हो सकती है. मुख्यमंत्री के गृह जिला से दलित रोजी-रोटी के लिए पलायन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 की तुलना में वर्ष 2013 – 14 में अपराध की घटनाओं में वृद्धि हुई है. इसके बावजूद मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी व पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में कानून का राज होने का झूठा दावा कर जनता को गुमराह कर रहे हैं.
उन्होंने एसएफसी व एफसीआइ के अंदर काम करने वालों पोलदारों को नियमित करने की बात राष्ट्रीय अध्यक्ष से करने की कही. कार्यक्रम की अध्यक्षता दलित सेना के जिलाध्यक्ष बैरिस्टर पासवान व संचालन लोजपा अध्यक्ष रामयश सिंह कुशवाहा ने किया.