भभुआ (कार्यालय) : डॉक्टर्स-डे की रात (सोमवार) कैमूर जिले के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों पर आफत लेकर आयी. रात के आठ बज के 40 मिनट से डीएम अरबिंद कुमार सिंह द्वारा सदर अस्पताल समेत जिले के सात अस्पतालों में रात एक बजे तक निरीक्षण किया गया.
इस दौरान कहीं डॉक्टर गायब मिले, तो कहीं एएनएम व स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित. अस्पतालों में गंदगी का अंबार लगा हुआ था. 8:40 बजे सदर अस्पताल डीएम पहुंचे इमरजेंसी वार्ड- डॉक्टर मौजूद थे, लेकिन मानदेय पर काम करने वाले तीन वार्डन गायब मिले. पूछने पर पता चला अक्सर गायब रहते है.
डीएम ने तत्काल तीनों मानदेय पर काम कर रहे कर्मियों को हटाने का निर्देश दिया. फिर महिला वार्ड के निरीक्षण के दौरान सभी नर्सो के शिफ्ट के अनुसार डिस्प्ले बोर्ड पर चिकित्सकों,नर्सो के नाम व मोबाइल नंबर लिखने को कहा. पुरुष वार्ड में मरीज के एक्सरे को देख कर भड़क उठे.
डीएम एक्सरे क्वालिटी को काफी घटिया दज्रे का बताते हुए संबंधित एनजीओ पर कार्रवाई का निर्देश दिया. सदर अस्पताल के तीसरे तल्ले पर एनआरसी के निरीक्षण में पता चला ताला लटक रहा है. चारों तरफ अंधेरा था, मोबाइल के रोशनी पर एनआरसी तक पहुंचे एनआरसी को बंद देख उसे हटाने का निर्देश दिया.
वही जेनेरेटर नहीं चलाये जाने अस्पताल प्रबंधक को डांट पिलायी एवं कुव्यवस्था को लेकर जम के बरसे. आगे कैदी वार्ड में कैदी बगैर किसी गंभीर बीमारी के महीनों से अस्पताल में भरती थे. डीएम ने कैदियों की बीमारी की रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया और कहा कि ये बीमारी के नाम पर लाभ ले रहे हैं.