बदनसीब पिता, नहीं दे सका बेटे के चिता को आग

राजकोट में हुई बेटे की मौत, पैसे के अभाव में पिता नहीं ला सका बेटे का शवराजकोट में ही रह रहे गांव के कुछ लोगों ने किया अंतिम संस्कारचैनपुर. क्षेत्र के भुवालपुर गांव के दो कड़ी बिंद के 35 वर्षीय बेटे राज कुमार बिंद की राजकोट (गुजरात) में रहस्यमय तरीके से हो गयी. राजकुमार राजकोट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2014 7:02 PM

राजकोट में हुई बेटे की मौत, पैसे के अभाव में पिता नहीं ला सका बेटे का शवराजकोट में ही रह रहे गांव के कुछ लोगों ने किया अंतिम संस्कारचैनपुर. क्षेत्र के भुवालपुर गांव के दो कड़ी बिंद के 35 वर्षीय बेटे राज कुमार बिंद की राजकोट (गुजरात) में रहस्यमय तरीके से हो गयी. राजकुमार राजकोट में कई वर्षों से राज मिस्त्री का काम करता था. कुछ दिनों पूर्व उसका शव राजकोट शहर के बाहर मिला. इसकी सूचना परिजनों को भी मिली. लेकिन, गरीबी व पैसों की कमी से राजकुमार के पिता राजकोट नहीं जा सके. उसका अंतिम संस्कार पोस्टमार्टम के बाद वहां रह रहे गांव के ही लोगों ने कर दिया. पैसे के अभाव की वजह से अपने बेटे का अंतिम दर्शन ना करने का मलाल पिता को जीवन भर सताता रहेगा. राजकुमार बिंद के पिता ने बताया कि बेटे की कमाई से ही घर का चूल्हा जलता था. अब किसके सहारे घर चलेगा. राजकुमार की दो बेटियां व एक बेटा है. उसके बच्चे काफी छोटे हैं. उन्हें पता भी नहीं कि उनके पिता राजकोट से कभी नहीं आयेंगे.

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