दशकों बीत गये पर नहीं बना अमाढ़ी गांव में सड़क

ग्रामीणों ने कई बार सांसद से लेकर प्रशासन तक का खटखटाया दरवाजा पर नहीं बनी सड़क जाड़े के दिनों में भी ग्रामीण मुश्किल भरे राह से होते हैं पार भभुआ(नगर). आजादी के 67 वर्ष बाद भी कैमूर जिले का एक ऐसा गांव जहां ग्रामीण गांव की सड़क से काफी मुश्किल से होकर आया जाया करते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2014 1:03 AM

ग्रामीणों ने कई बार सांसद से लेकर प्रशासन तक का खटखटाया दरवाजा पर नहीं बनी सड़क जाड़े के दिनों में भी ग्रामीण मुश्किल भरे राह से होते हैं पार भभुआ(नगर). आजादी के 67 वर्ष बाद भी कैमूर जिले का एक ऐसा गांव जहां ग्रामीण गांव की सड़क से काफी मुश्किल से होकर आया जाया करते हैं. लेकिन इस पर न प्रशासन का ध्यान जा रहा है. न ही किसी जन प्रतिनिधि का.गौरतलब है कि भभुआ प्रखंड अंतर्गत भभुआ -बेलाव पथ से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित अमाढ़ी गांव की सड़क दशकों बीत गये पर आज तक सड़क का ईटीकरण नहीं हो सका. जिससे कच्ची सड़क से होकर ही ग्रामीण आने जाने को विवश हैं. हालांकि सड़क के ईटीकरण को लेकर ग्रामीणों ने कई बार जिलाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता ग्रामीण विकास विभाग कैमूर को आवेदन दिया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. तब ग्रामीणों ने थक हार कर सांसद एवं विधायक तक का दरवाजा खटखटाया पर कोई फायदा नहीं निकला. ग्रामीण परमेश्वर मौर्य, विकास चंद्रवंशी, झारखंडी विंद, कमलेश यादव सहित अन्य ने बताया कि उक्त गांव के सड़क के ईंटीकरण को लेकर कई बार मुखिया, प्रखंड प्रमुख, पूर्व सांसद मीरा कुमार, वर्तमान सांसद छेदी पासवान के अलावे रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्र सरकार के राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को भी आवेदन दिया गया. परंतु, अब तक कुछ नहीं हुआ. ग्रामीणों ने बताया कि आगामी विधान सभा चुनाव के पूर्व अगर गांव में सड़क का ईंटीकरण नहीं हुआ तो ग्रामीण चुनाव का बहिष्कार करेंगे. ……………..फोटो……………14. अमाढ़ी गांव में कच्ची सड़क पर बह रहे नाले के पानी के बीच से गुजरता बाइक सवार……………………………..

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