लोहरा में नहीं है रामपुर वाला बाघ
डीएफओ ने तेंदुआ होने की जतायी आशंका जख्मी हालत में है तेंदुआ चैनपुर. थाना क्षेत्र के लोहरा में सोमवार को बाघ द्वारा चार लोगों को जख्मी किये जाने के मामले में मंगलवार को कैमूर डीएफओ कुंदन कुमार एवं पर्यावरण परिस्थितिकी के निदेशक भारत ज्योति ने घटना स्थल का दौरा किया. दौरे के बाद डीएफओ ने […]
डीएफओ ने तेंदुआ होने की जतायी आशंका जख्मी हालत में है तेंदुआ चैनपुर. थाना क्षेत्र के लोहरा में सोमवार को बाघ द्वारा चार लोगों को जख्मी किये जाने के मामले में मंगलवार को कैमूर डीएफओ कुंदन कुमार एवं पर्यावरण परिस्थितिकी के निदेशक भारत ज्योति ने घटना स्थल का दौरा किया. दौरे के बाद डीएफओ ने बताया कि जो रामपुर के पांडेयपुर में चार दिनों पूर्व बाघ आया था वह बाघ लोहरा में नहीं है. उन्होंने लोहरा में तेंदुआ द्वारा चार लोगों को जख्मी किये जाने की आशंका जतायी. उन्होंने बताया कि जो रामपुर में बाघ के पंजे के निशान थे वह निशान लोहरा में नहीं है. लोहरा में पाया गया पंजे का निशान तेंदुआ के पंजे से मिलता-जुलता है. साथ ही उन्होंने बताया कि चार लोगों पर हमला करने वाला संभावित तेंदुआ जख्मी भी है. क्योंकि जहां-जहां उक्त जानवर के पंजे के निशान मिले हैं वहां-वहां खून के धब्बे भी पाये गये हैं. इससे आशंका जतायी जा रही है कि तेंदुआ जख्मी भी है. मंगलवार को पटना से आयी रेस्क्यू टीम ने तेंदुआ के पंजे के निशान की ट्रैकिंग की. लोहरा से दूर कैमूर पहाड़ी तक तेंदुआ के पंजे के निशान मिले हैं. आगे भी रेस्क्यू टीम द्वारा ट्रैकिंग का काम जारी रखा जायेगा. वहीं स्थानीय लोगों में बाघ द्वारा हमला किये जाने एवं वन द्वारा बाघ को नहीं पकड़े जाने से आक्रोश व्याप्त है. बाघ का नहीं पकड़ाना लोग इसे वन विभाग की नाकामी मान रहे हैं. मंगलवार को वन विभाग के अधिकारियों द्वारा घायल लोगों को आर्थिक सहायता भी दी गयी. (नोट:-बाघ का फाइल फोटो लगावें )