257 रैयतों ने ऑनलाइन जमा किया स्व घोषणा पत्र
जिले के सभी 1680 मौजों में भूमि सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ हो गया है. भूमि सर्वेक्षण कार्य के लिए सभी मौजों में ग्रामसभा आयोजित की जा चुकी है. इधर, जिला बंदोबस्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अब तक जिले के 257 रैयत द्वारा ऑनलाइन व 3542 रैयतों द्वारा ऑफलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किये गये हैं.
भभुआ नगर. जिले के सभी 1680 मौजों में भूमि सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ हो गया है. भूमि सर्वेक्षण कार्य के लिए सभी मौजों में ग्रामसभा आयोजित की जा चुकी है. इधर, जिला बंदोबस्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अब तक जिले के 257 रैयत द्वारा ऑनलाइन व 3542 रैयतों द्वारा ऑफलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किये गये हैं. वहीं, जिले के सभी मौजों में आमीन व कानूनगो द्वारा ग्रामसभा का आयोजन भी किया गया है. ग्रामसभा के दौरान आमीन द्वारा सभी कागजात व प्रपत्र के बारे में रैयतों को संबंधित हर तरह की जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है. = सबसे ज्यादा चैनपुर प्रखंड के स्व घोषणा पत्र किये हैं जमा जिले के रैयतों द्वारा ऑनलाइन व ऑफलाइन सर्वेक्षण कार्य के लिए स्व घोषणा पत्र जमा करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गयी है. यहां अब तक सबसे ज्यादा चैनपुर प्रखंड के रैयतों ने ऑनलाइन व ऑफलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किये हैं, जिनमें 458 ऑफलाइन व 43 रैयतों ने ऑनलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किये हैं. दूसरे स्थान पर भगवानपुर प्रखंड के 406 रैयतों ने ऑफलाइन, तो 23 रैयतों ने ऑनलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किया. नुआंव प्रखंड में 42 रैयतों ने ऑनलाइन व 169 ने ऑफलाइन, अधौरा में 29 ऑनलाइन व चार ऑफलाइन, भभुआ में 14 ऑनलाइन व 368 ऑफलाइन, चांद में 19 ऑनलाइन व 357 ऑफलाइन, रामपुर में पांच ऑनलाइन व 83 ऑफलाइन, मोहनिया में 15 ऑनलाइन व 469 ऑफलाइन, रामगढ़ में 29 ऑनलाइन व 351 ऑफलाइन, दुर्गावती में 17 ऑनलाइन व 437 ऑफलाइन, कुदरा प्रखंड में 21 रैयतों ने ऑनलाइन व 440 रैयतों ने ऑफलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किये हैं. = अधौरा प्रखंड में स्व घोषणा पत्र काफी धीमी अधौरा प्रखंड में प्राय: यह देखा जाता है कि नेटवर्क की कमी रहने के कारण कई किसान सरकारी योजना का भी लाभ नहीं ले पाते हैं, लेकिन भूमि सर्वेक्षण के दौरान प्रखंड में जमा किये गये स्व घोषणा पत्र के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो अभी तक अधौरा प्रखंड में 29 रैयतो ने ऑनलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किये हैं, तो केवल चार रैयतों द्वारा ही ऑफलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किया गया है. यानी वनवासियों के बीच भूमि सर्वेक्षण कार्य को लेकर अभी भी जागरूकता का अभाव है. यहां जमा किये गये घोषणा पत्र से यह प्रतीत होता है कि जागरूक रहे रैयतोंं द्वारा तो स्व घोषणा पत्र ऑनलाइन जमा कर दिया गया, लेकिन वनवासियों में जागरूकता की कमी रहने के कारण उनके स्व घोषणा पत्र काफी धीमी गति से जमा हो रहे हैं. = रैयत घबराएं नहीं, हेल्प डेस्क से प्राप्त करें जानकारी र जिला सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी मुख्यालय पंकज कुमार सिंह ने कहा है कि रैयतों द्वारा स्व घोषणा पत्र जमा करने में तेजी आयी है. सभी प्रखंडों में प्रतिदिन रैयतों द्वारा स्व घोषणा पत्र जमा किये जा रहे हैं. 12 सितंबर तक 257 ऑनलाइन व 3542 रैयत द्वारा ऑफलाइन स्व घोषणा पत्र जमा किया गया है. साथ ही कहा सभी रैयतों से अपील है कि अगर किसी भी कागजात के जमा करने में किसी भी तरह की परेशानी सामने आ रही है, तो प्रखंड मुख्यालय में हेल्प डेस्क बनाया गया है, हेल्प डेस्क पर बैठे कर्मी के पास जाकर पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. वहीं, अमीनो द्वारा भी प्रत्येक गांव में वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जहां लोग अपनी परेशानी वाट्सएप पर डालकर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
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