करोड़ों रुपये की लागत से जिले मे बनेंगे 293 अतिरिक्त वर्ग कक्ष
जिले के सभी प्रखंड स्थित विद्यालयों में करोड़ों रुपये की लागत से 293 अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण कराया जायेगा. वर्ग कक्ष के निर्माण के लिए सरकार स्तर से मंजूरी देते हुए राशि का भी आवंटन कर दिया गया है.
भभुआ नगर. जिले के सभी प्रखंड स्थित विद्यालयों में करोड़ों रुपये की लागत से 293 अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण कराया जायेगा. वर्ग कक्ष के निर्माण के लिए सरकार स्तर से मंजूरी देते हुए राशि का भी आवंटन कर दिया गया है. जल्द ही पांच महीने के अंदर विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्ष बनकर तैयार हो जायेंगे. अतिरिक्त वर्ग कक्ष तैयार करने के लिए विभाग द्वारा टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है. गौरतलब है कि जिले के सरकारी विद्यालय भी निजी विद्यालय की तरह दिखें, इसके लिए सरकार द्वारा विद्यालय की रंगाई पुताई से लेकर विद्यालय में बेंच डेस्क, बोर्ड व विद्यालय की जमीन की मरम्मत सहित छत की मरम्मत पर करोड़ों रुपये खर्च किये गये हैं. अब विभाग द्वारा सरकारी विद्यालयों में बढ़ते छात्र-छात्राओं की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण कराया जा रहा है, ताकि अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण हो जाने से विद्यालयों में पठन पाठन के लिए भवनाें के कमी की स्थिति दूर हो सके. = छात्र अनुपात में भवन नहीं रहने से परेशानी छात्र अनुपात में जिले के दो दर्जन से अधिक विद्यालयों में भवन नहीं रहने के कारण विद्यालय का संचालन दो शिफ्ट में होता है. इससे ठंड के दिनों में 6:00 से 11:30 बजे व 11:30 से 5:00 बजे तक विद्यालय का संचालन होने से छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं गर्मी के मौसम में भी दो शिफ्ट में विद्यालय का संचालक होने से छात्र-छात्राओं सहित शिक्षकों को भी विशेष परेशानी होती है. जहां अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण होने से काफी हद तक यह समस्या दूर हो जायेगी. = छात्रों को बैठने की समस्या से मिलेगी निजात विद्यालय में आये दिन यह समस्या देखने को मिल रही है कि विद्यालयों में छात्रों की संख्या ज्यादा रहने के कारण एक बेंच ही पर सात से भी अधिक छात्र-छात्राओं को बैठाकर पढ़ाई करायी जाती है, जहां छात्र अनुपात के अनुसार भवन की कमी रहने के कारण यह समस्या कई विद्यालयों में सामने आयी है. हालांकि, विभाग द्वारा छात्रों के बैठने की समस्या से जल्द निजात दिलाने के लिए जिले के विभिन्न विद्यालयों में प्री फैब स्ट्रक्चर से भी भवन का निर्माण कराया गया है, लेकिन इसके बावजूद जिले के कई विद्यालयों में छात्र अनुपात के अनुसार विद्यालय भवन की कमी रहने के कारण छात्रों की परेशानी बढ़ गयी है. लेकिन, अब अतिरिक्त वर्ग कक्षा के निर्माण होने से उक्त समस्या से जूझ रहे छात्र-छात्राओं व विद्यालय प्रबंधन को निजात मिल जायेगी. = टेंडर प्रक्रिया से गड़बड़झाला होने पर लगी रोक गौरतलब है कि इससे पूर्व भी विभाग द्वारा बगैर टेंडर के भवन निर्माण व मरम्मत का कार्य, विद्यालयों में सबर्मसिबल का कार्य, शौचालय निर्माण का कार्य व बैंच डेस्क की सप्लाई के लिए राशि आवंटित की गयी थी, लेकिन विभाग द्वारा अपने चहेते संवेदकों से कार्य कराये जाने सहित बहुत जगह से गड़बड़झाला होने की शिकायत मिली थी. कई जगहों पर तो बगैर कार्य कराये ही राशि की निकासी से संबंधित मामला भी प्रकाश में आया था. लेकिन, टेंडर प्रक्रिया होने से विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्ष के निर्माण कार्य में होने वाले गड़बड़झाला से निजात मिलेगी. बोले अधिकारी==== इधर इस संबंध में जानकारी देते हुये जिला कार्यक्रम पदाधिकारी लेखा कृष्ण मुरारी गुप्ता ने कहा कि जिले के सभी प्रखंडों के विभिन्न विद्यालयों में 293 अतिरिक्त वर्ग कक्षा का निर्माण कराया जायेगा. वर्ग कक्षा का निर्माण के लिए एप्रॉक्स के माध्यम से टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू की जायेगी, जिसे लेकर प्रस्ताव बनाकर विभाग को भेज दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है