पानी नहीं, तो वेतन नहीं
लापरवाह इंजीनियरों पर हुई कार्रवाई भभुआ (कार्यालय) : धान का कटोरा कहे जाने कैमूर जिले में औसत से काफी कम बारिश होने के कारण नहरों में पानी के लिए हाहाकार मचा है. दूसरी तरफ, सिंचाई विभाग के अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं. इसी बीच ‘पानी नहीं, तो वेतन नहीं’ की तर्ज पर कार्रवाई करते हुए […]
लापरवाह इंजीनियरों पर हुई कार्रवाई
भभुआ (कार्यालय) : धान का कटोरा कहे जाने कैमूर जिले में औसत से काफी कम बारिश होने के कारण नहरों में पानी के लिए हाहाकार मचा है. दूसरी तरफ, सिंचाई विभाग के अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं.
इसी बीच ‘पानी नहीं, तो वेतन नहीं’ की तर्ज पर कार्रवाई करते हुए डीएम ने सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता से लेकर वरीय अभियंता तक के वेतन पर रोक लगा दी है. अब उन्हें नहरों में पानी पहुंचाने पर ही वेतन मिलेगा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों कुछ लोगों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की शिकायत डीएम कैमूर से की. उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए 27 जुलाई को खुद ही जिले के कैनाल व नहरों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को पकड़ी.
इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्होंने अधीक्षण अभियंता से लेकर कनीय अभियंता तक के जुलाई माह के वेतन पर रोक लगा दी है. उन्होंने सिंचाई विभाग अधिकारियों को 24 घंटे तैनात रह कर नहरों में पानी पहुंचाने व किसानों की समस्याएं सुन कर उनका निराकरण करने का निर्देश दिया है.
डीएम ने बताया कि जब तक सभी नहरों में पानी नहीं पहुंच जाता, अधिकारियों के वेतन पर रोक लगी रहेगी. पानी पहुंचाने में दिक्कत आने पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना तुरंत देने का निर्देश दिया है. उन्होंने पानी पहुंचाने के लिए अधिकारियों से युद्ध स्तर पर काम करने को कहा है.
नहरों में पर्याप्त पानी छोड़ने को लेकर उन्होंने मुख्य सचिव से भी बात की है. उन्होंने किसानों को भी पानी नहीं पहुंचने पर सूचना देने को कहा है.