मोहनिया अनुमंडल में 2014 में हुए 77 सड़क हादसे

ओवरलोडिंग, बेतरतीब वाहन चलाने व जजर्र सड़क हादसों के कारण मोहनिया (कैमूर) : अनुमंडल क्षेत्र में वाहन नियमों का उल्लंघन सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को लगातार बढ़ा रही है. क्षेत्र में हर साल करीब 100 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. इनसब के बावजूद लोग वाहन की नियमों का अपने ही तरीके से पालन कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2015 2:24 AM
ओवरलोडिंग, बेतरतीब वाहन चलाने व जजर्र सड़क हादसों के कारण
मोहनिया (कैमूर) : अनुमंडल क्षेत्र में वाहन नियमों का उल्लंघन सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को लगातार बढ़ा रही है. क्षेत्र में हर साल करीब 100 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. इनसब के बावजूद लोग वाहन की नियमों का अपने ही तरीके से पालन कर रहे हैं.
सरकार के लगातार जागरूकता अभियान व हो रही दुर्घटनाओं का भी असर लोगों पर पड़ता नहीं दिख रहा है. क्षेत्र में करीब हर दो-तीन दिन में एक न एक सड़क दुर्घटना होती ही रहती है. 2014 के आंकड़े के अनुसार मोहनिया अनुमंडल क्षेत्र में कुल 77 लोग दुर्घटना के शिकार हुए. इसमें सबसे आगे कुदरा प्रखंड रहा.
ओवरलोडिंग भी समस्या
प्रत्येक वाहन की क्षमता निर्धारित की गयी है. निर्धारित क्षमता से अधिक माल या सवारी ढोने से सड़कों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है व सड़कें टूटती हैं. इससे सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये का नुकसान होता है. ऐसे हालत में प्रिवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट को लाया गया है. पूर्व में परिवहन विभाग ने कहा था कि ओवरलोडिंग करते कोई वाहन पकड़ा जाता है, तो उसके स्वामी के विरुद्ध डैमेज टू पब्लिक प्रोपर्टी एक्ट की धारा 1984 के तहत कार्रवाई की जायेगी. लेकिन, जीटी रोड पर स्थित यह है कि यात्री बसों,जीप व सवारी आदि वाहनों की छतों पर बिना रोक -टोक यात्री ढोए जा रहे हैं. परिवहन विभाग के अधिकारी भी यात्री वाहनों से ज्यादा मालवाहक वाहनों पर ध्यान देते हैं.

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