निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 4000 छात्रों का सरकारी विद्यालय से कटेगा नाम

जिले में लगभग 4000 से अधिक छात्र-छात्राओं का नामांकन दो-दो स्कूलों में पाया गया है. इसका खुलासा शिक्षा विभाग द्वारा इ-शिक्षा कोष पर छात्रों की इंट्री व आधार कार्ड अपडेट करने के बाद हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 17, 2024 8:52 PM
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भभुआ नगर. जिले में लगभग 4000 से अधिक छात्र-छात्राओं का नामांकन दो-दो स्कूलों में पाया गया है. इसका खुलासा शिक्षा विभाग द्वारा इ-शिक्षा कोष पर छात्रों की इंट्री व आधार कार्ड अपडेट करने के बाद हुआ है. जिले के सभी प्रखंडों में लगभग 4000 से अधिक ऐसे छात्र-छात्राएं पाये गये हैं, जिनका सरकारी व निजी विद्यालय दोनों जगह एक साथ नामांकन है. वहीं, जिन छात्रों का डबल नामांकन है, यानी ऐसे छात्र-छात्राएं जो सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में एक साथ नामांकित हैं. ऐसे डबल नामांकन वाले छात्रों का सरकारी स्कूलों से नामांकन रद्द करने की तैयारी चल रही है. जल्द ही ऐसे छात्रों का नामांकन सरकारी विद्यालय से रद्द कर दिया जायेगा. दरअसल, निजी विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र भी सरकारी विद्यालयों में नामांकन करा सरकारी योजना का अनुचित लाभ ले रहे हैं. यहां सरकार द्वारा सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाता है, इसमें बिहार बोर्ड से मैट्रिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को 10-10 हजार रुपये की छात्रवृत्ति, इंटर उत्तीर्ण छात्राओं को मुख्यमंत्री कन्या योजना के तहत 25 -25 हजार रुपये छात्रवृति, इसके अलावा साइकिल व पोशाक योजना आदि शामिल हैं. इन सभी योजनाओं की राशि विद्यार्थियों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिशयल ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम भेजी जाती है. वहीं, डबल नामांकन वाले छात्रों का सरकारी विद्यालय से नामांकन रद्द किये जाने के बाद अब छात्रों को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा. यानी अब से केवल सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं ही सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे. अभियान चलाकर छात्रों का बनाया जा रहा आधार कार्ड इ-शिक्षा कोष पर छात्र-छात्राओं की इंट्री व आधार अपडेट करने के लिए छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड बनाने के लिए अभियान चलाये जा रहे हैं. जिले के सभी प्रखंड में चयनित दो विद्यालयों में आधार केंद्र की स्थापना की गयी है. छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड के लिए जन्म प्रमाण-पत्र की अनिवार्यता है. इसके लिए भी विभाग स्तर से जिला पदाधिकारी को भी अवगत कराया गया है, ताकि छात्र-छात्राओं का जन्म प्रमाण पत्र प्राथमिकता के आधार पर दिया जाये. आधार अपडेट होने से छात्र हो रहे चिह्नित जिले के अधिकतर अभिभावक दो-दो स्कूलों में एकसाथ अपने बच्चों का नामांकन इस लिए कराते हैं कि ताकि अपने बच्चों की निजी विद्यालय में बेहतर पढ़ाई करा सकें, इसके साथ ही सरकारी विद्यालय से योजना का लाभ भी ले सकें. इतना ही नहीं कई अभिभावक तो अपने बच्चों का नामांकन इसलिए सरकारी विद्यालय में कराते हैं कि सरकारी विद्यालय में नामांकन का लाभ उठा अपने छात्रों का नामांकन सैनिक व जवाहर नवोदय विद्यालय में आसानी से करा सकें. वहीं, अब आधार अपडेट होने से ऐसे छात्र चिह्नित किये जायेंगे व सरकारी विद्यालयों से उनका नामांकन रद्द हो जायेगा. 30000 से अधिक छात्रों का नामांकन किया गया था रद्द गौरतलब है कि सरकारी विद्यालयों में नामांकन कर निजी विद्यालय व कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों का बड़े पैमाने पर तत्कालीन अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर नामांकन रद्द किया गया था. कैमूर जिले में भी लगभग 30000 से अधिक छात्र जिनकी उपस्थिति 75 प्रतिशत विद्यालय में नहीं थी, उनका नामांकन रद्द किया गया था. वहीं, अब आधार कार्ड अपडेट होने के बाद पकड़ में आ जायेगा कि एक ही छात्र-छात्राएं कहां-कहां नामांकित हैं. = छात्रों का आधार कार्ड हो रहा है अपडेट शिक्षा विभाग द्वारा निजी व सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं का आधार कार्ड अपडेट किया जा रहा है. निजी विद्यालय संचालकों को भी निर्देश दिया गया है कि विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं का आधार कार्ड इ-शिक्षा कोष पर अपडेट करना सुनिश्चित करें. साथ ही सभी छात्र-छात्राओं का आधार कार्ड अपडेट नहीं करने वाले निजी विद्यालय संचालकों पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया है बोले अधिकारी इस संबंध में जानकारी देते हुए समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ विकास कुमार डीएन ने कहा एक छात्र केवल एक ही विद्यालय से पढ़ाई कर सकते हैं, यदि कहीं भी दो विद्यालयों में छात्र का नामांकन है, तो ऐसे छात्रों का सरकारी विद्यालय से नामांकन रद्द किया जायेगा. ऐसे छात्र-छात्राओं को चिह्नित किया जा रहा है.

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