इलाज की व्यवस्था हो बेहतर
भभुआ (सदर): सदर अस्पताल की लेबर रूम की व्यवस्था मानक के अनुरूप नहीं है. इसमें और सुधार करने की जरूरत है. ताकि इतने बड़े अस्पताल में इलाज के लिए आनेवाले मरीजों को निराश होकर न लौटना पड़े. उक्त बातें सोमवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची बिल मिलिंग गेप्स फाउंडेशन की प्रोंटो प्रतिनिधि ने […]
भभुआ (सदर): सदर अस्पताल की लेबर रूम की व्यवस्था मानक के अनुरूप नहीं है. इसमें और सुधार करने की जरूरत है. ताकि इतने बड़े अस्पताल में इलाज के लिए आनेवाले मरीजों को निराश होकर न लौटना पड़े. उक्त बातें सोमवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची बिल मिलिंग गेप्स फाउंडेशन की प्रोंटो प्रतिनिधि ने कहीं. उनके साथ तीन सदस्यीय अन्य टीम भी पहुंची थी, जिसमें अमेरिका की प्रिसिला, सिमौक ट्रेनर अर्पिता मोहाता और केयर इंडिया की प्रतिनिधि नीलेफर बेगम शामिल थी.
सोमवार को आगे इस प्रतिनिधि मंडल ने सदर अस्पताल स्थित लेबर रूम, आरोग्य लाभ कमरा, प्रसव पूर्व जांच घर, ओटी सहित एसएनसीयू का निरीक्षण किया. इस दौरान सिविल सजर्न डॉ कृष्ण बल्लभ सिंह, कार्यक्रम प्रबंधक डॉ विवेक कुमार सिंह व स्वास्थ्य प्रबंधक गिरीश चंद्र झा भी मौजूद रह कर टीम को सारी जानकारी से अवगत कराया. फाउंडेशन की प्रोंटो प्रतिनिधि ने निरीक्षण के दौरान कहा कि अस्पताल तो काफी बड़ा और खुबसुरत बन पड़ा है.
परंतु, अस्पताल को बड़े होने के साथ-साथ यहां मरीजों के इलाज की व्यवस्था भी सुदृढ़ होनी चाहिए. उन्होंने सीएस को जिले में स्थापित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से बेहतर समन्वय स्थापित करने को कहा. वहीं एंबुलेंस की जरूरत पर भी जोर दिया गया.
लेबर रूम की फिर खुली पोल : प्रतिनिधिमंडल द्वारा जब लेबर रूम का निरीक्षण किया तो वहां की कु-व्यवस्था की पोल एक बार पुन: खुल गयी. फर्श पर फैली गंदगी और लेबर रूम में फैले मकड़ी के जालों पर सदस्यों ने चिंता जाहिर करते हुए उसे मानक के अनुरूप नहीं होने की बात बतायी. गौरतलब है कि पिछले 30 जनवरी को भी जब सदर अस्पताल में लेबर रूम मानक के अनुरूप नहीं होने के चलते महिला एएनएम को प्रशिक्षित करने आयी प्रशिक्षण टीम वापस लौट गयी थी और प्रशिक्षण के लिए चैनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का चुनाव किया था. परंतु, इतने दिन बित जाने के बावजूद अभी तक लेबर रूम की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधक की उदासीनता और घोर लापरवाही की भेंट चढ़ गयी.
सोमवार को भी भ्रमण के दौरान लेबर रूम तैयार नहीं होने पर सिविल सजर्न डॉ कृष्ण बल्लभ सिंह ने अस्पताल प्रबंधक की कड़ी फटकार लगायी. और जल्द से जल्द व्यवस्था में सुधार के लिये उन्हें ताकीद भी किया.
जेरियाटिक वार्ड में लटका था ताला : निरीक्षण के दौरान जब टीम अस्पताल स्थित 60 वर्ष से अधिक उम्र के लिए बनी जेरियाटिक वार्ड में पहुंची तो ताला लटका पाया था. कर्मचारी व अधिकारी उसकी चाबी के लिए दौड़ लगाते रहे. परंतु, काफी प्रयास के बावजूद चाबी जब नहीं मिला तो टीम निरीक्षण के बिना ही वापस लौट कर दूसरी ओर निरीक्षण के लिये निकल पड़ी.