सूखे की मार से मिलेगी निजात

सूखे की मार से मिलेगी निजात प्रतिनिधि, कर्मनाशा (कैमूर) सूखे की काली छाया से जूझ रहे किसानों को बुधवार की रात आसमान से खुशियों की फुहार गिरी. गुरुवार की सुबह से ही बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे. दुर्गावती क्षेत्र में नहरों का पानी टेल तक नहीं पहुंचने से खरीफ की फसल झुलसने लगी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2015 7:08 PM

सूखे की मार से मिलेगी निजात प्रतिनिधि, कर्मनाशा (कैमूर) सूखे की काली छाया से जूझ रहे किसानों को बुधवार की रात आसमान से खुशियों की फुहार गिरी. गुरुवार की सुबह से ही बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे. दुर्गावती क्षेत्र में नहरों का पानी टेल तक नहीं पहुंचने से खरीफ की फसल झुलसने लगी थी. इसके चलते 50 फीसदी फसल पानी के अभाव में मुरझा गयी थी. धान की बालियों का विकास भी ठीक से नहीं हो पाया था. कुछ किसान डीजल से फसल को जिंदा करने में लग गये थे. लेकिन, गुरुवार की सुबह से झमाझम बारिश होने लगी. इससे किसानों के चेहरे खिल उठे. क्या कहते हैं किसान बारिश सेकाफी राहत मिली है. धान की फसल पानी के अभाव में मुरझा रही थी. बरसात हो जाने से फसल को संजीवनी मिल गयी है. पिछले वर्ष भी आपदा से किसानों की कमर टूट गयी थी. इस बार भी सूखे के आसार बढ़ गये थे. बरसात नहीं होती तो किसान कर्ज में डूब जाते.अमरनाथ यादव, किसान बरसात हो जाने से किसानों की खुशी लौट आयी है. धान की फसल को संजीवनी मिलने के साथ ही साथ तेलहनी फसल को भी फायदा हुआ है. बारिश नहीं होने से एक तरफ धान की फसल बरबाद हो रही थी, तो दूसरी तरफ तेलहनी फसल के अंकुर नहीं निकल रहे थे. हसन हाशमी, किसान बारिश नहीं होती तो किसानों की कमर टूट जाती. ज्यादातर किसान कर्ज में डूब जाते. बहन-बेटियों की शादी की तैयारी किसान फसल बेच कर ही करते हैं. बरसात नहीं होने से किसान काफी चिंतित थे. लेकिन इंद्रदेव की मेहरबानी से किसानों के संभलने की उम्मीद बढ़ गयी है.संतोष पांडेय, किसान..फोटो……………7.झमाझम हो रही बरसात 8.अमरनाथ यादव, हसन हाशमी, सुनील तिवारी (किसान का फोटो)

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