डायरिया से आठ साल की बच्ची की मौत

मोहनिया (नगर) : मोहनिया प्रखंड के कैथियां गांव में डायरिया की चपेट में आने से एक आठ साल की बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गयी है. इसके अलावा करीब दो दर्जन लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं. सभी का इलाज मोहनिया के डाॅ भृगुनाथ सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल के साथ अन्य कई निजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2015 7:03 AM
मोहनिया (नगर) : मोहनिया प्रखंड के कैथियां गांव में डायरिया की चपेट में आने से एक आठ साल की बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गयी है. इसके अलावा करीब दो दर्जन लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं.
सभी का इलाज मोहनिया के डाॅ भृगुनाथ सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल के साथ अन्य कई निजी क्लिनिकों में चल रहा है. इसी गांव के अग्निदेव राजभर जो खुद डायरिया से ग्रसित हैं, उन्होंने बताया कि उनकी बेटी लक्ष्मी कुमारी (8) गांव के ही एक स्कूल में पढ़ने गयी थी. घर आने पर उसने कहा कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है. लोग झाड़फूंक करवाने लगे. इस दौरान उसकी मौत हो गयी. देखते ही देखते एक-एक कर के गांव के अन्य लोगों की भी तबीयत बिगड़ने लगी. बारी-बारी से सभी को मोहनिया के निजी क्लिनिकों में भरती कराया गया.
सभी का इलाज चल रहा है. वहीं भृगुनाथ मेमोरियल हॉस्पिटल के डाॅ मंटू सिंह बताते हैं कि लोगों की तबीयत इतनी ज्यादा बिगड़ने लगी कि दोनों हाथों में पानी चढ़ाना पड़ा. एक साथ दो-दो बोतल पानी चढ़ाना पड़ा. गांव के फागुल राजभर बताते हैं कि कैथियां गांव के चापाकल का पानी दूषित हो गया है. इससे ही लोगों की तबीयत बिगड़ रही है.
एक मरीज को करीब 20 से 25 बोतल पानी चढ़ाना पड़ा. डायरिया से ग्रसित लोगों में पुष्पा कुमारी (9), धमेंद्र राजभर (28), रामाज्ञा राजभर (70), अनिल (10) व सीमा देवी (30) आदि लोग इस रोग से ग्रसित हैं.
घटना की जानकारी मिलने के बाद मेडिकल की टीम सुबह नौ बजे कैथिया पहुंची.प्रभारी उपाधीक्षक डाॅ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल टीम कैथियां गांव में सुबह नौ बजे पहुंची. लेकिन, वहां डायरिया से ग्रसित मरीज नहीं मिले. सभी इलाज के लिए मोहनिया जा चुके थे. सभी को मछली खाने से फूड प्वाॅइजिंग हो गयी थी.

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