नहीं बदली जा रही अस्पताल केी बेड पर बिछीं चादरें
नहीं बदली जा रही अस्पताल केी बेड पर बिछीं चादरें सदर अस्पताल के वार्डों का हाल बेहाल, मरीज घर से कंबल ला कर गुजारते हैं रात सदर अस्पताल मेें बेड पर बिछाने के लिए दो साल पहले खरीदी गयी थीं चादरें प्रतिनिधि, भभुआ (सदर) सदर अस्पताल के वार्डों में तीन-तीन दिन तक मरीजों के बेड […]
नहीं बदली जा रही अस्पताल केी बेड पर बिछीं चादरें सदर अस्पताल के वार्डों का हाल बेहाल, मरीज घर से कंबल ला कर गुजारते हैं रात सदर अस्पताल मेें बेड पर बिछाने के लिए दो साल पहले खरीदी गयी थीं चादरें प्रतिनिधि, भभुआ (सदर) सदर अस्पताल के वार्डों में तीन-तीन दिन तक मरीजों के बेड पर बिछाये जानेवाले चादर नहीं बदले जा रहे हैं. सदर अस्पताल में भरती मरीज उसी खून व दाग धब्बे लगे गंदे चादरों पर सोने को मजबूर हैं. अस्पताल प्रबंधन की उदासीनता अस्पताल कर्मी भी लापरवाह बने हुए हैं और इन सब का खामियाजा मरीज और उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है. कभी-कभी आलम यह हो जा रहा कि मरीजों को बिना चादर के ही अस्पताल में अपना इलाज कराना पड़ रहा है.सदर अस्पताल में बेड पर बिछाये जानेवाले चादर इतने खराब हो चुके हैं कि उन चादरों को वजूद ही मिटने के कगार पर पहुंच चुका है. सरकार के निर्देश व सतरंगी चादर योजना के तहत दो वर्ष पूर्व स्वास्थ्य विभाग द्वारा 14 सौ सतरंगी चादर अस्पताल प्रबंधन को उपलबध कराया गया. लेकिन, अब ये चादर बेरंग हो गयी हैं. सदर अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही कहे या फिर स्वास्थ्यकर्मियों का दोष अस्पताल के स्टोर में कंबल उपलब्ध रहने के बावजूद अस्पताल में भरती मरीजों को ठंड से बचने के लिए कंबल भी घर से लेकर आना पड़ता है. सदर अस्पताल में अपने बच्चे को इलाज के लिए भरती करायी एक महिला ने बताया कि रात में ओढ़ने के लिए जब कंबल की मांग की गयी, तो कर्मी ने कहा कि अस्पताल में कंबल नहीं है. वहीं सदर अस्पताल के स्टोर कीपर विपिन कुमार का कहना था कि मरीजों के लिए कंबल स्टोर में पड़ा हुआ है, लेकिन अब तक इसकी डिमांड नहीं आयी. उन्होंने बताया कि कर्मी कंबल का इंडेंट ही नहीं बना कर भेज रहे. मरीज की परेशानीऑपरेशन हुए तीन दिन हो गये, लेकिन अभी तक बेड की चादर तक नहीं बदली गयी . रात में ठंड लगने पर घर से कंबल ला कर रात गुजारना पड़ता हैं.सीमा, चकबंदी रोडमैने अपने बच्चे को भरती कराया है. उस समय स्वास्थ्यकर्मी द्वारा चादर बिछाया गया था. उसके बाद चादर बदला हीं नहीं गया. कंबल भी अस्पताल द्वारा नहीं दिया गया.हुसना जहां, वार्ड नंबर 24 दिया जा चुका है आदेशस्वास्थ्य कर्मियों को मरीजों को कंबल देने के लिए आदेश दिया जा चुका है और जहां तक बेड पर गंदे चादरों की बात है तो नये चादर खरीदने के लिए सीएस से मार्गदर्शन मांगा गया है. कर्तव्य में लापरवाही बरतने पर कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. डाॅ प्रह्लाद सिंह, अस्पताल उपाधीक्षक…………फोटो………………8. बेड पर बिछा गंदा चादर9. हुस्ना जहां और सीमा कुमारी का फोटो