दुश्मन या आतंकवाद, सेना हर क्षण तैयार : केजे सिंह
दुश्मन या आतंकवाद, सेना हर क्षण तैयार : केजे सिंह फाेटाे-सनत 19-एक कैडेट को मेडल देकर सम्मानित करते पश्चिमी कमान के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह.पश्चिमी कमान के कमांडिंग इन चीफ ने कहा-आर्मी ने रनरअप रहना नहीं सीखाचल रहा टेक्नाेलॉजी वार, इसलिए टेक्नाेलॉजी काे रेडी टू यूज बनाने की जरूरतट्रेनिंग एकेडमी में कैडेट्स […]
दुश्मन या आतंकवाद, सेना हर क्षण तैयार : केजे सिंह फाेटाे-सनत 19-एक कैडेट को मेडल देकर सम्मानित करते पश्चिमी कमान के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह.पश्चिमी कमान के कमांडिंग इन चीफ ने कहा-आर्मी ने रनरअप रहना नहीं सीखाचल रहा टेक्नाेलॉजी वार, इसलिए टेक्नाेलॉजी काे रेडी टू यूज बनाने की जरूरतट्रेनिंग एकेडमी में कैडेट्स का अंतिम पग, पर कैरियर क्षेत्र में पहला कदमओटीए में पिपिंग सेरेमनी में हुए शामिल, 335 कैडेट्स हुए पासआउटरेजांगला कंपनी काे ‘चीफ अॉफ आर्मी स्टाफ बैनर’ साैंपा गयाकंचन, गयाभारतीय सेना दुश्मन या आतंकवाद से लड़ने के लिए हमेशा तैयार है. आपदा की घड़ी में इंडियन अार्मी हमेशा सहयाेगात्मक रवैया अपनाती रही है. आइएसआइएस व इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे आतंकवादी संगठनों की देश में उपस्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन जिस दिन उन्होंने कुछ किया, तो इंडियन आर्मी चुप बैठनेवाली नहीं है. ये बातें आॅफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (आेटीए) के ड्रिल मैदान में शनिवार की सुबह आठवीं पासिंगआउट परेड व पिपिंग सेरेमनी के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में सेना के पश्चिमी कमान के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह (अति विशिष्ट सेवा मेडल एवं बार) ने कहीं. सेरेमनी में ओटीए से 335 जेंटलमैन कैडेट्स पासआउट हुए. लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि देश की सामरिक शक्ति काफी मजबूत है, पर टेक्नाेलॉजी में थलसेना अब भी नेवी (नौसेना) से कम है. फिलहाल, हर क्षेत्र में टेक्नाेलॉजी वार चल रहा है. इसमें हमें संपन्न बनना है. इसकी जिम्मेवारी आज के युवा सैन्य अफसराें पर है. उन्हें नये-नये तकनीकी प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं. जरूरत है टेक्नाेलॉजी काे रेडी यू यूज बनाने की. इसे साेल्जर फ्रेंडली बनाएं. सहज व हमेशा काम में आनेवाला भी बनाएं. चुनाैती हर कदम परइससे पहले पासिंगआउट में जेंटलमैन कैडेट्स काे संबाेधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि एकेडमी में आपका अंतिम पग है, पर कैरियर में पहला कदम. अभी आगे कई ट्रेनिंग व चुनाैतियाें का सामना करना है. हर कदम पर चुनाैती है. पाकिस्तान ने एक बार कहा था कि अगर उसके पास भारतीय सेना व सैन्य अधिकारियों जैसा जज्बा हाेता, ताे वह हर जंग जीतता. मसलन, हमारे (भारत) अंदर वह क्षमता है, इसलिए जज्बा बरकरार रखें. लेफ्टिनेंट जनरल ने स्पेशल कमीशन अफसर (एससीआे) से कहा कि वह अफसर व साेल्जर के बीच की कड़ी हैं. भारतीय सेना आतंकवाद व दुश्मन देश की सेना से लड़ने में सक्षम है. करगिल युद्ध में मनाेज पांडेय, विक्रम बत्रा व विक्रांत थापा आदि पूर्व सैन्य अधिकारियों ने अपनी उपयाेगिता व अदम्य साहस का परिचय देकर साबित कर दिया कि हम पीछे हटनेवालाें में नहीं हैं. आज तैयार हाे रहे सैन्य अफसर को इनसे सीख लेने की जरूरत है. आर्मी ने कभी रनरअप (उप विजेता) रहना नहीं सीखा. हमारा सिद्धांत है-माराे या मिटाे. जीतेंगे या हारेंगे, पर हार नहीं मानेंगे. दुश्मन की सेना से लड़ने की जिम्मेवारी अब आपके कंधे पर है. उन्होंने कहा कि आेटीए गया ऐसी जगह है, जहां नालंदा-तक्षशिला जैसे ज्ञान के केंद्र और बाेधगया-गया जैसी आध्यात्मिक नगरी है. इनसे बहुत कुछ मिलेगा. आेटीए अभी युवा हाेते हुए बेहतर प्रदर्शन कर रही है. खासकर, आेटीए काे विनाेद वशिष्ठ जैसे कमांडिंग अफसर मिले हैं. आशा है इनके नेतृत्व में आेटीए आैर ऊंचाइयाें काे छूयेगी.देश काे मिले 193 सैन्य अफसरआठवीं पासिंगआउट परेड में आेटीए ने 193 सैन्य अफसर दिये. इनमें 66 स्पेशल कमीशन अधिकारी (लेफ्टिनेंट) हाे गये, जबकि 127 एक साल आेटीए व तीन साल अन्य मिलिटरी इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई कर तकनीकी सैन्य अधिकारी हाे गये. इसके अलावा 142 टेक्निकल इंट्री काेर्स के जेंटलमैन कैडेट्स हैं, जो एक साल की ट्रेनिंग पूरी कर मिलिटरी इंजीनियरिंग कॉलेज सिकंदराबाद, मऊ व पुणे से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने जा रहे हैं. इससे पहले शनिवार की सुबह करीब नाै बजे लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह परेड ग्राउंड पर पहुंचे. उनकी आगवानी आेटीए कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल विनाेद वशिष्ठ (विशिष्ट सेवा मेडल) ने की. इस माैके पर डिप्टी कमांडेंट सह चीफ इंस्ट्रक्टर मेजर जनरल आरके भारद्वाज भी माैजूद रहे. मुख्य अतिथि व आेटीए कमांडेंट ने परेड का निरीक्षण किया व सलामी भी ली. इसके बाद मुख्य अतिथि ने बेहतर प्रदर्शन करनेवाले कैडेटाें काे गाेल्ड, सिल्वर व ब्राॅन्ज मेडल देकर सम्मानित किया. 2015 के शीत सत्र में सभी क्षेत्राें में बेहतर प्रदर्शन करनेवाले रेजांगला कंपनी काे ‘चीफ अॉफ आर्मी स्टाफ बैनर’ साैंपा गया. पिछले साल की बेस्ट परफॉर्मर तिथवाल कंपनी ने यह बैनर आेटीए काे लाैटाया.