रामगढ में डेढ सौ मेगावाट बिजली का लगेगा सब ग्रीड, 16 जनवरी को काम होगा शुरू
रामगढ में डेढ सौ मेगावाट बिजली का लगेगा सब ग्रीड, 16 जनवरी को काम होगा शुरूसंवाददाता, पटनाकैमूर जिले के रामगढ में पचास मेगावाट की तीन बिजली यूनिटें लगायी जायेंगी. इससे डेढ सौ मेगावाट बिजली कैमूर जिले को अतििरक्त मिल पायेगा. कैमूर के अलावा आसपास के इलाकों में भी खेती औरघ्रेलू व कमर्शियल बिजली आपूर्ति की […]
रामगढ में डेढ सौ मेगावाट बिजली का लगेगा सब ग्रीड, 16 जनवरी को काम होगा शुरूसंवाददाता, पटनाकैमूर जिले के रामगढ में पचास मेगावाट की तीन बिजली यूनिटें लगायी जायेंगी. इससे डेढ सौ मेगावाट बिजली कैमूर जिले को अतििरक्त मिल पायेगा. कैमूर के अलावा आसपास के इलाकों में भी खेती औरघ्रेलू व कमर्शियल बिजली आपूर्ति की दिक्कतें दूर हो जायेंगी. खरमास खत्म होने के तत्काल बाद 16 जनवरी, 2016 को इसका निर्माण कार्य आरंभ हो जायेगा. जिले की यह छठी बिजली सबग्रीड है. राज्य बिजली बोर्ड के सीएमडी प्रत्यय अमृत जुलाई महीने में सथ्ल निरीक्षण किया था. अगस्त महीने में इसकी मंजूरी मिली. 17 दिसंबर को टेक्नीकल बिड खुलने वाला है. इसमें चार बड़ी कंपनियां भाग लेंगी. 19 दिसंबर को फाइनेंसियल बिड होगा और 25 दिसंबर को टेंडर जारी कर दिया जायेगा. राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री व सांसद जगदानंद सिंह ने रामगढ की इस नयी परियोजना की मंजूरी के लिए उर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक रूरूप से कैमूर जिले में राजद को विधानसभा चुनाव में एक भी सीटें नहीं मिली लेकिन, विकास के नाम पर वह इन चीजों को कभी नहीं आने देंगे. उन्होंने कहा कि जिले में अभी कर्मनाशा सब ग्रीड से 120 मेगावाट, मोहनिया सब ग्रीड से 40, कुदरा से 40, पुसौली से 100 से और निर्माणाधीन मां मुंडेश्वरी सब ग्रीड में सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा. उन्होंने बताया कि कुल मिला कर जिले को सात सौ से आठ सौ मेगावाट बिजली मुहैया हो पायेगी. श्री सिंह ने कहा कि जिले के रामगढ-बरौरा सड़क मरम्मत के लिए ग्रामीण कार्य विभाग ने सहमति प्रदान कर दी है. साढ आठ करोड़ की लागत से सड़क की मरम्मत की जायेगी. सड़क मरम्मत की योजना के लिए श्री सिंह ने ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री शैलेश कुमार से मुलाकात कर अनुरोध किया था. इसके बाद विभाग की मंजूरी मिली है. गौरतलब है कि लालू-राबड़ी शासन काल में कैमूर ऐसा जिला था जहां सालोंभ्र भरपूर बिजली उपलब्ध होती थी.