एक माह तक जला एक बल्ब, बिल आया 5388 रुपये
पुसौली (कैमूर) : एक बल्ब जलाने के एवज में बिजली विभाग ने 5388 रुपये का एक माह का बिल भेजा है. इससे उपभोक्ता परेशान हैं. जो बिल प्रतिमाह केबल 85 रुपये का आता था वह नवंबर माह का 5388 रुपये बिल भेजा गया है. फखराबाद के ठाकुर प्रसाद केसरी अपने सरायबस्ती में मकान का एग्रीमेंट […]
पुसौली (कैमूर) : एक बल्ब जलाने के एवज में बिजली विभाग ने 5388 रुपये का एक माह का बिल भेजा है. इससे उपभोक्ता परेशान हैं. जो बिल प्रतिमाह केबल 85 रुपये का आता था वह नवंबर माह का 5388 रुपये बिल भेजा गया है.
फखराबाद के ठाकुर प्रसाद केसरी अपने सरायबस्ती में मकान का एग्रीमेंट कराये हैं जिसका उपभोक्ता संख्या है पी1677, उपभोक्ता आइडी है बीएच 24884 है, जहां कोई नहीं रहता है. केवल एक बल्ब जलता है. ठाकुर केसरी बताते हैं कि कई महीनों से बिल एक किलोवाट का 85 रुपये आता था. लेकिन, नवंबर माह का 5388 रुपये बिल आया है.
दर्जनों लोग का बढ़ा कर भेजा गया है बिल : पुसौली बिजली कार्यालय का कारनामा से लोग परेशान हैं. यह कोई पहला मामला नहीं है. ऐसे दर्जनों लोगों का बिल कई गुना बढ़ा कर भेजा गया है. इसमें फखराबाद के जगदीश साह का 8720 रुपये व मदन केसरी सहित दर्जनों उपभोक्ता का करीब इतने का ही बिल आया है. उपभोक्ता बढ़ा कर भेजे गये बिजली बिल से परेशान है.
नहीं की जाती मीटर रीडिंग: उपभोक्ताओं की मानें बिना मीटर रीडिंग किए ही मीटर का रीडिंग भर कर बिल बनाने के लिए भेज दिया जाता है. इससे काफी अधिक बिल आ रहा है. जानकारों कि मानें तो फ्रेंचाइजीकर्मी को प्रतिमाह घर-घर जाकर मीटर का रीडिंग कर के ही बिजली बिल बनाने के लिए रिपोर्ट भेजनी है. लेकिन, ऐसा पुसौली बाजार में नहीं होता है. जबकि, मीटर रीडिंग एवं बिल वितरण के लिए फ्रेंचाइजी को बजाप्ते कमीशन विभाग द्वारा मिलता है.
आंदोलन के मूड में हैं उपभोक्ता
बिजली विभाग के इस अजीबो-गरीब कारमाने से उपभोक्ता आक्रोशित हैं. जो इस तरह के बिजली बिल में भारी गड़बड़ी को लेकर आंदोलन भी कर सकते हैं. उपभोक्ताओं ने बताया कि फ्रेंचाइजी द्वारा कहा जा रहा है कि जितना बिल आया है उसका आधा जमा कर दीजिए नहीं तो बाद में पूरा पैसा जमा करना पड़ेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
जो भी बिल उपभोक्ताओं को भेजा गया है वह सही है. हालांकि जिन उपभोक्ताओं को लग रहा है कि अधिक बिल आ गया है तो हमसे मिलेंगे. देखने के बाद जो हल निकलेगा उसे किया जायेगा.ललीत कुमार, जेइ, पुसौली