मोहनिया में बंध्याकरण के बाद महिला गंभीर, रेफर
बीएचयू में जीवन व मौत के बीच झूल रही पीड़िता मोहनिया(सदर) : दुर्गावती थाना क्षेत्र के कुल्हडियां गांव की रहने वाली 35 वर्षीय सुनीता देवी का मंगलवार की शाम अनुमंडलीय अस्पताल में बंध्याकरण कराया गया. ऑपरेशन के दौरान अधिक रक्त स्राव के कारण उसे बीएचयू रेफर किया गया. महिला के परिजनों का कहना है कि […]
बीएचयू में जीवन व मौत के बीच झूल रही पीड़िता
मोहनिया(सदर) : दुर्गावती थाना क्षेत्र के कुल्हडियां गांव की रहने वाली 35 वर्षीय सुनीता देवी का मंगलवार की शाम अनुमंडलीय अस्पताल में बंध्याकरण कराया गया. ऑपरेशन के दौरान अधिक रक्त स्राव के कारण उसे बीएचयू रेफर किया गया. महिला के परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन के दौरान चिकित्सक की चूक से दूसरी नस कट गयी, जिससे अधिक रक्त स्राव होने लगा.
स्थिति बिगड़ते देख डॉक्टरों ने ब्लड चढ़ाने का हवाला देेते हुए बनारस रेफर कर दिया, जहां वह जिंदगी व मौत के बीच झूल रही है. वहीं आशा माया देवी ने बताया कि सभी जांच कराने के बाद ही महिला को ऑपरेशन के लिए अस्पताल लाया गया था. रिपोर्ट देखने के बाद चिकित्सकों ने ऑपरेशन की सहमति दी. स्थिति गंभीर होने पर रेफर किया गया.
डॉक्टर ने बताया कि उसे कोई रोग थे. ऑपरेशन डॉ बदरूद्दीन व डॉ अशोक कुमार सिंह द्वारा किया जा रहा था. हालांकि जब डॉ बदरूद्दीन से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने बंध्याकरण ऑपरेशन नहीं किया. वहीं उपाधीक्षक डॉ अशोक कुमार सिंह से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि दोनों डॉक्टर अलग-अलग ऑपरेशन कर रहे थे. उस महिला की थोड़ी सी स्कीन कट गयी, जिससे अधिक ब्लड निकलने लगा. कुछ लोगों में ऐसा वंशानुगत होता है.
उस महिला में ब्लड की कमी थी. उनसे पूछा गया कि हेमोग्लोबिन कम होने की स्थिति में बंध्याकरण क्यों किया गया. उन्होंने कहा रिपोर्ट गलत रही होगी. उपाधीक्षक ने परिजनों की बातों को खारिज कर दिया.