धान की खरीदारी करो, वरना गद्दी छोड़ो

धान की खरीदारी करो, वरना गद्दी छोड़ो फ्लैग…..धान खरीदारी को लेकर भाजपाइयों ने समाहरणालय पर दिया धरनाकिसानों की समस्या नहीं सुनी गयी, तो सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन की दी चेतावनीप्रतिनिधि, भभुआ (नगर) धान खरीद व किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी की जिला इकाई नेे समाहरणालय पर सोमवार को धरना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2015 7:02 PM

धान की खरीदारी करो, वरना गद्दी छोड़ो फ्लैग…..धान खरीदारी को लेकर भाजपाइयों ने समाहरणालय पर दिया धरनाकिसानों की समस्या नहीं सुनी गयी, तो सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन की दी चेतावनीप्रतिनिधि, भभुआ (नगर) धान खरीद व किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी की जिला इकाई नेे समाहरणालय पर सोमवार को धरना दिया. इस संबंध में एक ज्ञापन भी जिलाधिकारी को दिया गया. धरने की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र पांडेय व देखरेख विमलेश पांडेय ने की. इस मौके पर रामगढ़ के विधायक अशोक सिंह, चैनपुर के विधायक बृजकिशोर बिंद व मोहनिया के विधायक निरंजन राम भी मौजूद थे. धरने के दौरान नेताओं ने राज्य सरकार पर जम कर अपनी भड़ास निकाली. वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा धान खरीदारी की नहीं है. किसान अपने धान को लेकर मारे-मारे फिर रहे हैं या औने पौने दाम पर अपनी मेहनत की कमाई बिचौलियों के हाथों बेचने को मजबूर हैं. ऐसा सिर्फ राज्य सरकार की गलत नीतियों का नतीजा है. नीतीश या तो धान की खीद शुरू कराएं या फिर गद्दी छोड़े. धरने के माध्यम से यह मांग की गयी कि राज्य सरकार धान की खरीदारी में असक्षम साबित हो रही है, ऐसी स्थिति में भारत सरकार के उपक्रमों से धान की खरीद करायी जाये. प्रत्येक पैक्सों पर अविलंब क्रय केंद्र चालू कराया जाये, किसानो को धान पर प्रति क्विंटल तीन से चार सौ रुपये बोनस दिया जाये. प्रत्येक किसान से 100 क्विंटल धान की खरीद की सीमा को समाप्त किया जाये. पूर्व में मिलरों पर बकाया चावल जमा कराया जाये. धान की खरीदारी में पारदर्शिता के लिए निगरानी समिति का गठन सभी क्रय केंद्रों पर किया जाये, बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को गलत बिल दिया जाना बंद किया जाये व बिजली बिल में सुधार लाया जाये. सभी नहरों में जल्द से जल्द पानी छोड़ा जाये जिससे किसानों को रबी फसल की सिंचाई के लिए परेशानी का सामना न करना पड़े. नेताओं ने कहा कि सरकारी रोस्टर के अनुसार सभी नहरों में 25 दिसंबर तक पानी देना था. लेकिन, अब तक नहरों में पानी नहीं पहुंचा. किसानों के लिए खाद की समुचित व्यवस्था की जाये, खरीफ फसल के लिए घोषित डीजल अनुदान को अविलंब किसानों के खाते में भेजा जाये व जिले में बढ़ रहे अपराध पर अंकुश लगाया जाये. वहीं बंद पड़े नलकूपों को अविलंब चालू करने की मांग की गयी. धरने के माध्यम से नेताओं ने कहा कि नीतीश सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है. निर्धारित समय से धान खरीद भी शुरू नहीं हुई न ह किसानों को डीजल अनुदान ही मिला. हर मोड़ पर किसान ठगी का शिकार हो रहे हैं. धान खरीद के मामले पर मौजूद विधायकों ने कहा कि फरवरी में शुरू होनेवाले विधानसभा सत्र के दौरान इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया जायेगा. इस मौके पर काशीनाथ सिंह, चंद्रभान सिंह पटेल, जितेंद्र तिवारी, गोवर्द्धर्न सिंह, रघुवंश राम व नित्यानंद उपाध्याय आदि कई कार्यकर्ता मौजूद थे. …………………………………….फोटो.10. धरने पर बैठे भाजपा कार्यकर्ता

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