आग लगने से चार पशुओं की मौत
आग लगने से चार पशुओं की मौत चैनपुर (कैमूर). परसिया गांव में शुक्रवार की रात झोंपड़ी में आग लगने से उसमें बंधे तीन दुधारू पशुओं की मौत झुलसने से हो गयी. आधी रात में आग लगने के कारण बगल में सोये इन पशुओं के मालिक रामबचन बिनंद को इसकी भनक तक नहीं लगी और जब […]
आग लगने से चार पशुओं की मौत चैनपुर (कैमूर). परसिया गांव में शुक्रवार की रात झोंपड़ी में आग लगने से उसमें बंधे तीन दुधारू पशुओं की मौत झुलसने से हो गयी. आधी रात में आग लगने के कारण बगल में सोये इन पशुओं के मालिक रामबचन बिनंद को इसकी भनक तक नहीं लगी और जब तक आग लगने की जानकारी होती, तब तक सब कुछ जल कर खाक हो चुका था. अपाहिज रामबचन का एक मात्र सहारा दुधारू पशु ही थे. दूध बेच कर वो अपना गुजारा करता था. जानकारी के अनुसार, रामबचन 15 साल पहले चारा मशीन की चपेट में आने से अपना दाहिना हाथ पहले ही गवां चूका है. भगवानपुर प्रतिनिधि के अनुसार, मसही गांव में झोंपड़ी में आग लगने से झोंपड़ी जल कर खाक हो गयी. झोंपड़ी में बंधे भैंस का बच्चा आग से झुलसने से मर गया. थाने में दिये आवेदन के अनुसार, मसही गांव के हरेंद्र राम पिता लालमुनी राम पशुओं को अपने ही झोंपड़ी में बांधते थे. बीती रात गांव के ही गिरजा राम, राजेंद्र राम व दो उनके और साथी उनके झोंपड़ी में आग लगा दी. इस दौरान हरेंद्र राम ने झोंपड़ी में बंधे मवेशियों को निकाल लिया. लेकिन, भैंस का बच्चा झोंपड़ी से नहीं निकाल सका. इससे उसकी मौत हो गयी. थानाध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.