15 दिनों में पैसा जमा करें या काम शुरू करें
15 दिनों में पैसा जमा करें या काम शुरू करें फ्लैग…डीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक, प्रधानाध्यापकों को अल्टीमेटमभवन निर्माण नहीं करानेवाले प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्रवाई, दर्ज हो सकती है प्राथमिकी भी प्रतिनिधि, भभुआ(कार्यालय) डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग के साथ बैठक की. बैठक में सबसे ज्यादा […]
15 दिनों में पैसा जमा करें या काम शुरू करें फ्लैग…डीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक, प्रधानाध्यापकों को अल्टीमेटमभवन निर्माण नहीं करानेवाले प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्रवाई, दर्ज हो सकती है प्राथमिकी भी प्रतिनिधि, भभुआ(कार्यालय) डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग के साथ बैठक की. बैठक में सबसे ज्यादा विद्यालय भवन निर्माण में आ रहीं अड़चनों पर चर्चा की गयी. इसके बाद डीएम ने निर्देश दिया कि जिन प्रभारी प्रधानाध्यापकों ने विद्यालय निर्माण के लिए निकाले गये पैसे से अभी तक विद्यालय का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया है, उन्हें 15 दिनों के अंदर पैसा जमा करने को कहा गया है. अगर इस आदेश पर अमल नहीं करते हैं, तो उनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. डीएम ने कहा कि 15 दिनों में अगर जो प्रधानाध्यापक निकाले गये पैसे को जमा नहीं करता है या निर्माण कार्य शुरू नहीं कराता है, उसके उपर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वह हर हाल में 15 दिनों में इस कार्रवाई को पूर्ण कर प्राथमिकी दर्ज कराएं. गौरतलब है कि जिले में 44 वैसे प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं, जिन्होंने विद्यालय भवन निर्माण का पैसा निकाल कर काम नहीं कराया है. इन्हें निलंबित किया गया था. निलंबन के बाद 44 में से 15 प्रधानाध्यापकों ने कार्य पूर्ण करा दिया. इस दौरान दो शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. शेष बचे 27 प्रधानाध्यापकों को 15 दिनों का मौका दिया गया है. अगर वे 15 दिनों में पैसा नहीं जमा करते हैं, तो उनके उपर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. 61 विद्यालयों में कनीय शिक्षक हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक डीएम के बैठक में यह बात सामने आयी कि कुल 1203 विद्यालयों में 61 विद्यालय ऐसे हैं, जहां वरीय शिक्षकों की मौजूदगी में कनीय शिक्षक प्रभारी प्रधानाध्यापक का पद संभाल रहे हैं. डीएम ने निर्देश दिया कि जल्द से जल्द सभी कनीय शिक्षकों को प्रभार से मुक्त कर विभागीय निर्देश के अनुसार वरीय शिक्षकों को प्रभार दें. प्रतिदिन करें स्कूलों की जांच डीएम ने बैठक में जानकारी ली कि पिछले बैठक के निर्देशानुसार सुबह नौ बजे और शाम के तीन बजे किन-किन अधिकारियों ने विद्यालय का औचक निरीक्षण किया और क्या कार्रवाई की है. बैठक के दौरान ऐसे कई प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पाये गये, जिन्होंने निर्देश के बावजूद स्कूलों का औचक निरीक्षण नहीं किया. डीएम ने बैठक में उन्हें फटकार लगाते हुए हर हाल में प्रतिदिन स्कूलों का ्र निरीक्षण व उसकी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. डीएम ने तत्काल आदेश दिया कि जो शिक्षक निरंतर गायब पाये जाते हैं, उनके उपर विभागीय कार्रवाई करें. बैठक में डीडीसी सुनील कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी सत्यनारायण प्रसाद व शिक्षा पदाधिकारी के वरीय अधिकारी मौजूद थे.फोटो:-20.शिक्षा विभाग के साथ बैठक करते डीएम