127 सड़क दुर्घटनाओं में जा चुकी है दो सौ लोगों की जान
127 सड़क दुर्घटनाओं में जा चुकी है दो सौ लोगों की जान यातायात नियमों के अनदेखी से हो रही है सड़क दुर्घटनाएं प्रतिनिधि, भभुआ (सदर) शहर सहित पूरे जिले में यातायात नियमों की अनदेखी व सतर्कता के अभाव में आये दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है और लोग इसके शिकार होकर अपनी जान तक गवां […]
127 सड़क दुर्घटनाओं में जा चुकी है दो सौ लोगों की जान यातायात नियमों के अनदेखी से हो रही है सड़क दुर्घटनाएं प्रतिनिधि, भभुआ (सदर) शहर सहित पूरे जिले में यातायात नियमों की अनदेखी व सतर्कता के अभाव में आये दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है और लोग इसके शिकार होकर अपनी जान तक गवां दे रहे हैं. सड़क दुर्घटनाओं में जान जाने के चलते आश्रित परिवार का विकास भी इन कारणों से प्रभावित हो रही है. इसके बावजूद न आम जनता इसके प्रति जागरूक है और ना ही यातायात नियमों से लोगों को जागरूक करने में परिवहन विभाग ही कारगर साबित हो रहा है. ऐसे में सड़क दुर्घटनाओं का अंत ही सफर अभी बदस्तूर जारी है. इसका मुख्य कारण न सिर्फ सतर्कता का अभाव है बल्कि हेल्मेट व सीट बेल्ट आदि सुरक्षा उपकरणों का उपयोग न करते हुए जल्द घर पहुंचने की जल्दबाजी मुख्य कारण है. परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह को मनाते हुए लोगों को सुरक्षित और संयमित चलने के संबंध में जागरूक कर रही है. वहीं अगर जिले में हुई सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2014-15 में 127 सड़क दुर्घटनाओं में दो सौ से अधिक लोगों की जाने जा चुकी है और लगभग तीन सौ लोग दुर्घटना के शिकार होकर घायल भी हुए हैं. जिसमें जनवरी 2015 में पांच सड़क दुर्घटनाओं में 8 लोगों की जाने गयी. फरवरी में भी हुए आठ सड़क दुर्घटनाओं में आठ लोगों की मौत हुई. मार्च में 12 सड़क दुर्घटना में 12 लोगों की जान गयी. जबकि अप्रैल में चार सड़क दुर्घटना में 6 लोगों की मौत हुई. मई माह में 17 लोगों की मौत हुई. जबकि जून में हुए 11 सड़क दुर्घटनाओं में 13 लोगों की मौत, जुलाई में 10 सड़क दुर्घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो चुकी है. विभाग द्वारा समय-समय पर वाहन चेकिंग अभियान लगा कर वाहनों की जांच करते हुए नियमों से लोगों को अवगत कराया जाता है. लेकिन लोग सारे नियमों से अवगत होते हुए भी अक्सर हल्के या गंभीर दुर्घटनाओं के शिकार होकर काल के गाल में समा जा रहे हैं. परिवहन विभाग के मोटरयान निरीक्षक राकेश रंजन बताते हैं कि सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं बाइक चालकों से होती है. बिना हेल्मेट व नशे की हालत में गाड़ी चलाने से अक्सर लोग इसके शिकार हो रहे हैं. प्रचार प्रसार के माध्यम से सुरक्षित यातायात के लिए लोगों को जागरूक किये जाने का कार्य किया जा रहा है.