प्रभारी पर गिर सकती है गाज

प्रभारी पर गिर सकती है गाज निर्णय . स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में कुदरा पीएचसी प्रभारी की लापरवाही उजागर-फ्लैगकमेटी गठित कर स्वास्थ्य केंद्रों की जांच करने का सीएस को डीएम ने दिया निर्देश अब एसडीओ से आवासीय प्रमाणपत्र लेने के बाद ही होगा पीएचसी में तैनात चिकित्सकों का वेतन भुगतान प्रतिनिधि, भभुआ (सदर) कुदरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2016 6:55 PM

प्रभारी पर गिर सकती है गाज निर्णय . स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में कुदरा पीएचसी प्रभारी की लापरवाही उजागर-फ्लैगकमेटी गठित कर स्वास्थ्य केंद्रों की जांच करने का सीएस को डीएम ने दिया निर्देश अब एसडीओ से आवासीय प्रमाणपत्र लेने के बाद ही होगा पीएचसी में तैनात चिकित्सकों का वेतन भुगतान प्रतिनिधि, भभुआ (सदर) कुदरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी एसएन मिश्रा की सेवा समाप्त करने के लिए सरकार को डीएम द्वारा पत्र भेजा जायेगा. डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा बैठक में पाया गया कि कुदरा पीएचसी की स्थिति काफी खराब है. मरीजों के इलाज से लेकर स्वास्थ्य विभाग के तरफ से चलाये जानेवाले सभी कार्यक्रमों में घोर लापरवाही बरती गयी है, जिसका असर जिले के परफॉरमेंस पर पड़ रहा है. इसे लेकर जब पीएचसी प्रभारी से पूछा गया तो पता चला कि वे कुदरा के बजाय सासाराम में रहते हैं. साथ ही कमियों को दूर करने में उनकी कोई अभिरुचि नहीं दिखी और उन्होंने प्रभारी के पद से मुक्त करने के लिए कहा. इस तरह से ड्यूटी में लापरवाही बरतने व कार्यों में अभिरुचि नहीं दिखाने वाले कुदरा पीएचसी के प्रभारी की सेवा समाप्त करने के लिए सरकार को लिखा जायेगा. साथ ही सिविल सर्जन को यह निर्देश दिया गया है कि एक कमेटी गठित कर सभी स्वास्थ्य केंद्रों की जांच करा रिपोर्ट दें. जनता को सरकार द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ हर हाल में मिलना चाहिए. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बरदाश्त नहीं की जायेगी. अगर कोई चिकित्सक व कर्मी अपने कार्यस्थल से गायब रहते हैं या फिर अपने कर्तव्य में किसी प्रकार की लापरवाही बरतते हैं तो उन पर विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी भी दर्ज करा सकते हैं. मंगलवार को जिला समाहरणालय के सभागार में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक के दौरान डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने कड़े निर्देश देते हुए कही. डीएम द्वारा प्रखंडवार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी व कार्यरत चिकित्सकों के स्वास्थ्य कार्यों जैसे, टीकाकरण, परिवार नियोजन, जननी बाल सुरक्षा योजना, इनडोर आउटडोर में मरीजों को मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं के समीक्षा के दौरान यह ज्ञात हुआ कि जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में अपेक्षित प्रगति नहीं हुई है. डीएम ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिया. बैठक के दौरान नियमित टीकाकरण से संबंधित कार्यों की जिम्मेवारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व आरआइ नोडल पदाधिकारी को देते हुए उसका प्रतिवेदन ससमय देने का निर्देश दिया गया. साथ ही एएनएम को निर्देशित करने हेतु प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि एएनसी हेतु लाभार्थियों की संख्या सेशन साइट पर बढ़ायें व नियमित व संपूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को पाने हेतु डियूलिस्ट अद्यतन कर लिए जाये तथा कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार पर विशेष जोर दिया जाये. स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान मौजूद मोहनिया एसडीओ डॉ पंकज गुप्ता ने निर्देश देते हुए कहा कि जिले के पीएचसी में तैनात चिकित्सकों को आवासीय प्रमाणपत्र लेना अनिवार्य होगा. आवास प्रमाणपत्र लेने के बाद ही उक्त चिकित्सक का वेतन भुगतान किया जायेगा. फोटो:-4. स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में शामिल डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह व अन्य

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