बढ़ी ठंड, पर गेहूं को मिली संजीवनी
बढ़ी ठंड, पर गेहूं को मिली संजीवनी कुदरा/पुसौली (कैमूर). मंगलवार को पूरे दिन हुई रुक-रुक कर बरसात से ठंड बढा गयी है. रूक-रूक कर हुई बारिश गेहूं की फसल के लिए संजीवनी साबित हो रही है. गौरतलब है कि सोमवार की रात से हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त है. किसानों के खलिहान […]
बढ़ी ठंड, पर गेहूं को मिली संजीवनी कुदरा/पुसौली (कैमूर). मंगलवार को पूरे दिन हुई रुक-रुक कर बरसात से ठंड बढा गयी है. रूक-रूक कर हुई बारिश गेहूं की फसल के लिए संजीवनी साबित हो रही है. गौरतलब है कि सोमवार की रात से हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त है. किसानों के खलिहान में रखा हुआ धान पानी में भींग गया है. इससे किसान चिंतित हैं. वहीं आलू की फसल और दलहन की फसल को काफी क्षति हुई है. मंगलवार को सरकारी विद्यालयों व कर्यालयों में अघोषित छुट्टी का नजारा बना रहा. लोग ठंड के कारण घरों में दुबके रहे. फ़ोटो:1. कुदरा में रुक रुक कर होता बरसात फिसलन से चलना हुआ मुश्किल कर्मनाशा (कैमूर). सोमवार से ही रूक रूक कर हो रही बूंदा बांदी से ठंड में अचानक इजाफा हो गया है. इससे लोग घरों मे दुबकने को मजबूर हो गये हैं. बारिश से फिसलन बढ़ गयी है. चलने में काफी दिक्कत आ रही. मंगलवार को कई बाइक सवार फिसल के कज्ञरण गिर पड़े. हालांकि किसी को गंभीर चोटे आने की सूचना नहीं है. वहीं किसानों का कहना है इस बूंदा बांदी से किसानों के रबि फसल को काफी फायदा पहुंचा है. चांद(कैमूर). रुक-रुक कर हो रही बारिश से ठंढ बढ गयी है. वहीं किसानों के चेहरों पर मुस्कान दिख रही है. नहर में पानी नहीं आने से फसलों की सिंचाई को लेकर किसान काफी परेशान थे. लगातार सबर्मिबल के चलने से जल स्तर नीचे चला गया था. इसके चलते पेयजल संकट खड़ा हो गया था. इस वर्षा से किसान काफी खुश हैं. किसान अर्जुन सिंह, जिनाथ राय, विपिन बिहारी सिंह ने कहा की इस वर्षा से काफी फायदा है.