पति के इलाज के लिए नहीं मिल रहे पेंशन के रुपये

भभुआ (नगर) : गुरुवार को समाहरणालय सभा कक्ष में आयोजित जनता दरबार में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये लोगों की समस्या प्रभारी डीएम रामाशंकर सिंह ने सुनी. इस दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य व बैंकिंग से जुड़ीं समस्याओं की सुनवाई की गयी. सदर प्रखंड के रूइयां गांव निवासी शांति दूवी ने भारतीय स्टेट बैंक द्वारा अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2016 7:15 AM
भभुआ (नगर) : गुरुवार को समाहरणालय सभा कक्ष में आयोजित जनता दरबार में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये लोगों की समस्या प्रभारी डीएम रामाशंकर सिंह ने सुनी. इस दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य व बैंकिंग से जुड़ीं समस्याओं की सुनवाई की गयी. सदर प्रखंड के रूइयां गांव निवासी शांति दूवी ने भारतीय स्टेट बैंक द्वारा अपने पति ब्रजराज शर्मा के पेंशन के रुपये दिलाने की मांग की. शांति देवी ने बताया कि मेरे पति सेवानिवृत्त शिक्षक हैं. वह ब्रेन हेमरेज होने के कारण बीमार हैं व इलाज वाराणसी में चल रहा है. मेरे पति काफी दिनों से बेहोशी की हालत में पड़े हुए हैं.
उनके इलाज के लिए पैसों की सख्त जरूरत है. कई बार बैंक अधिकारियों से मिलने के बावजूद उनके पेंशन के रुपये नहीं दिये जा रहे हैं. इस मामले पर वरीय उपसमाहर्ता केके उपाध्याय ने तुरंत दूरभाष से एसबीआइ मैनेजर को निर्देश देते हुए कहा कि पीड़िता के पति के इलाज के लिए अविलंब उनके पेंशन के रुपये दें.
जनता दरबार में अन्य मामले भी आये, जिनमें चांद प्रखंड के चौरी गांव की मुखिया इंद्र देवी, हरिनारायण सिंह, अरबिंद सिंह, लालमुनी सिंह सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि मौजा चौरी में प्लस टू विद्यालय बनवाने के लिए जो सर्व साधारण की भूमि उपलब्ध करायी गयी है, उसे वहां के ही कुछ दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है.
सरकार द्वारा भी वहां प्लस टू विद्यालय बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है. इसके लिए पांच एकड़ भूमि का एनओसी भी विद्यालय को प्राप्त हो चुका है. भवन निर्माण के लिए नामित ठेकेदार जब वहां जाता है, तो उसे भी धमका कर भगा दिया जाता है. इस मामले में अंचलाधिकारी का रवैया भी काफी उदासीन है.
ठेकेदार द्वारा कहा जा रहा है इस माह अगर काम चालू नहीं हुआ, तो विद्यालय भवन के नाम पर आवंटित रुपये वापस हो जायेंगे. इससे उक्त क्षेत्र के कई गांवों के बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जायेगा. लोगों ने इस मामले पर यथाशीघ्र कार्रवाई की मांग की. इस पर एडीएम ने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्रवाई के लिए निर्देशित किया. जनता दरबार में वरीय उपसमाहर्ता केके उपाध्याय, डीपीओ स्थापना देवविंद कुमार, डीपीओ एमडीएम अमेरिका प्रसाद, डीपीओ लेखा योजना हरेंद्र पांडेय व डॉ अनिल सिंह सहित कई वरीय पदाधिकारी मौजूद थे.

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