हर दिन जाम लगने से आजीज हुए लोग
मोहनिया (कैमूर) : नगरवासियों के लिए सड़क जाम एक प्रमुख समस्या है. आम से लेकर खास तक इससे परेशान हैं. लचर यातायात व्यवस्था, सिकुड़ती सड़कें एवं वाहनों के बढ़ते बोझ के आगे यहां ट्रैफिक व्यवस्था आये दिन लड़खड़ाती नजर आती है.यही कारण है कि माननीय से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक की गाड़ी को यहां अक्सर […]
मोहनिया (कैमूर) : नगरवासियों के लिए सड़क जाम एक प्रमुख समस्या है. आम से लेकर खास तक इससे परेशान हैं. लचर यातायात व्यवस्था, सिकुड़ती सड़कें एवं वाहनों के बढ़ते बोझ के आगे यहां ट्रैफिक व्यवस्था आये दिन लड़खड़ाती नजर आती है.यही कारण है कि माननीय से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक की गाड़ी को यहां अक्सर दो-चार होना पड़ता है. सड़क जाम को लेकर नगर के चांदनी चौक कुख्यात माना जाता है.
यहां फुटपाथी दुकानदारों से सड़क संकरी हो गयी है. सबसे खराब स्थिति स्टूवरगंज बाजार की है. चांदनी चौक से स्टूवरगंज बाजार जाने वाली सड़क पर चप्पे-चप्पे पर अतिक्रमणकारी ठेला व सड़क पर सब्जी दुकान सजा रखे हैं. लोगों को सड़क पर चलना भी दूभर हो गया है. सड़कों से अतिक्रमण हटाना व फिर लगना आम बात हो गयी है. प्रशासन इस पर ठोस निर्णय नहीं ले पा रहा है, जिसके कारण जनमानस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
सड़क की स्थिति बदतर
मोहनिया का विकास नहीं हो सका है. नगर की सड़कों की स्थिति बदतर है, जबकि आबादी एवं गाड़ियों की संख्या में कई गुणा बढ़ गयी है. आज नगर पंचायत क्षेत्र की आबादी 50 से अधिक हो गयी है.
क्या है समस्या
नगर में एक भी स्थान पर अधिकृत रूप से वाहनों की पार्किग की व्यवस्था नहीं है. गाड़ियों (छोटी, बड़ी) को बेतरतीब ढंग से लगाये जाने से भी जाम लगता है. शहर के चांदनी चौक के सड़कों पर फुटपाथी दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किये जाने से भी यातायात बाधित होता है. चांदनी चौक के पास बस पड़ाव को दूसरी जगह स्थानांतरित नहीं किये जाने से काफी परेशानी होती है.
क्या है समाधान
सबसे पहले वाहनों के लिए पार्किग की व्यवस्था करनी होगी. एक स्थान से अतिक्रमण हटाने के बाद दूसरी बार लगाने पर मुकदमा होना चाहिए. यातायात नियमों को प्रभावी ढंग से लागू करने एवं पब्लिक को बताने के लिए जागरूकता रैली समय-समय पर निकालने की जरूरत है.
अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध पुलिस को सख्ती बरतनी होगी. इसके लिए अभियान के तौर पर हर दिन कार्रवाई हो. चांदनी चौक पर जाम का एक प्रमुख कारण बस स्टैंड है.
पुलिस की भूमिका
सड़क (चांदनी चौक) जाम से नगरवासियों को निजात दिलाने के लिए पुलिस पोस्ट की व्यवस्था की गयी है. यहां सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक पुलिस के चार जवान तैनात रहते हैं.
इनकी जिम्मेवारी सड़क (चांदनी चौक) पर जाम न लगना और यहां एवं स्टूवरगंज बाजार को अतिक्रमणमुक्त बनाये रखना है. इसके बावजूद तैनात पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेवारी को भूल यहां चुपचाप बैठे रहते हैं, जिसके कारण परिणाम शून्य है .
धरातल पर नहीं उतरा निर्णय
सड़क जाम व अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए पुलिस प्रशासन स्तर पर कई बैठकें हुई. इसमें कई निर्णय लिये गये थे. डीएम अरविंद कुमार सिंह ने तो साफ शब्दों में कहा था कि स्टूवरगंज बाजार में सब्जी नहीं बेची जायेगी. सभी सब्जी विक्रेता सब्जी मंडी में शिफ्ट होंगे. अन्य सब्जी विक्रेताओं को प्रशासन जगह मुहैया करायेगी, लेकिन निचले स्तर पर इन निर्णयों को सख्ती से आज तक लागू नहीं किया जा सका. इसके कारण स्थिति ज्यों की त्यों बनी है.