खुले में खाया-पीया, तो हो सकते हैं बीमार !

केवल अस्पताल, डॉक्टर व कमीशन खोर लोग ही आम आदमी का खून नहीं चूस रहे, बल्कि शहर का दूषित खाने-पीने का सामान भी लोगों को खतरनाक बीमारियों की चपेट में ले रहे हैं. खुले में बिक रहा गन्ने व बेल का रस, ठेलों पर बिक रहे समोसे, रंग-बिरंगे जहरीले कोल्ड ड्रिंक्स व कटे फल लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2016 7:17 AM
केवल अस्पताल, डॉक्टर व कमीशन खोर लोग ही आम आदमी का खून नहीं चूस रहे, बल्कि शहर का दूषित खाने-पीने का सामान भी लोगों को खतरनाक बीमारियों की चपेट में ले रहे हैं. खुले में बिक रहा गन्ने व बेल का रस, ठेलों पर बिक रहे समोसे, रंग-बिरंगे जहरीले कोल्ड ड्रिंक्स व कटे फल लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं. खुले बाजार में बिक रहे इन दूषित खान-पान सामग्री पर खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन (एफएसडीए) का कोई अंकुश नहीं है
भभुआ (सदर) : गरमी शुरू होते ही लोगों में संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा तेजी से बढ़ जाता है. अनजाने लोग खुद ही बाहर का दूषित खाना व शीतल पेय पदार्थ पीकर बीमारियों को न्योता दे रहे हैं. नगर के मुख्य चौक-चौराहों से लेकर मुहल्लों की गलियों तक खुलेआम दूषित खाद्य पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. लेकिन, अनचाहे रूप से लोगों को बीमार कर रही इन दूषित खान-पान की वस्तुओं पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई तो दूर, कोई दिशा निर्देश भी अब तक जारी नहीं किये जा सके हैं.
इन बीमारियों का है खतरा : सदर अस्पताल के चिकित्सक एसआर सिंह ने सड़कों पर खुले में बिकने वाले खान-पान के वस्तुओं में सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहते हैं कि खुले में बिक रहे खाद्य पदार्थो के सेवन से हेपेटाइटिस-बी, आंत का रोग व उल्टी सहित आंत में संक्रमण कि संभावना रहती है. अगर, इन वस्तुओं को खाने में संयम नहीं बरते, तो आप बीमार पड़ सकते हैं.
जाने-अनजाने लोग हो रहे संक्रमण के शिकार
शहर सहित ग्रामीण इलाकों में खुले में बेचे जा रहे खाद्य व पेय पदार्थ से लोग जाने-अनजाने संक्रमण के शिकार हो रहे हैं. शहर के मुख्य मार्गों से लेकर सकरी गलियों तक में आजकल ठंढई व जूस के साथ खाद्य पदार्थ बिक रहे हैं. ठेले पर बेचे जा रहे रंग-बिरंगे कोल्ड ड्रिंक्स लोगों मे रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर रहे हैं, जबकि गंदगी व जैसे-तैसे बनाये गये खाद्य पदार्थ से पेट का संक्रमण भी बढ़ रहा है. वहीं, खाने के रंग महंगे होने के कारण इसमें रासायनिक रंग मिलाये जा रहे हैं. इससे भी संक्रमण फैलने की संभावना बनी रहती है
अनजान बीमारी का कारण बन सकता है जूस
गरमी के अपने शबाब पर आने के साथ ही एकता चौक से लेकर पटेल चौक तक अनगिनत जूस की दुकानें खुल गयी हैं. इन स्थानों पर स्वास्थ्य के लिहाज से घातक गन्ने का जूस, आम का पन्ना आदि का सेवन कर लोग अनजाने में सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं.
इन दुकानों पर साफ-सफाई का जिस तरह ध्यान रखा जाना चाहिए, वैसा नहीं है. सदर अस्पताल के चिकित्सक अरविंद कुमार बताते हैं कि जूस का ग्लास अक्सर सीसे के होते हैं. बार-बार उस ग्लास को धोने से उसमें जीवाणु पैदा होने की संभावना होती है. इससे लोग बीमार भी हो सकते हैं

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