नववर्ष की पूर्व संध्या पर हुआ कवि सम्मेलन
नववर्ष की पूर्व संध्या पर हुआ कवि सम्मेलन राष्ट्रीय भाव से ओत-प्रोत कविताओं का लोगों ने उठाया लुत्फ भभुआ (सदर). अखिल भारतीय सारस्वत परिषद के तत्वावधान में गुरुवार की शाम नववर्ष विक्रमी संवत 2073 के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. स्थानीय आर्य समाज मंदिर के प्रांगण में आयोजित इस कवि […]
नववर्ष की पूर्व संध्या पर हुआ कवि सम्मेलन राष्ट्रीय भाव से ओत-प्रोत कविताओं का लोगों ने उठाया लुत्फ भभुआ (सदर). अखिल भारतीय सारस्वत परिषद के तत्वावधान में गुरुवार की शाम नववर्ष विक्रमी संवत 2073 के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. स्थानीय आर्य समाज मंदिर के प्रांगण में आयोजित इस कवि सम्मेलन का शुभारंभ बाल चिकित्सक मृत्युंजय उपाध्याय ने दीप प्रज्वलित कर किया. देर शाम आयोजित कवि सम्मेलन की शुरुआत कवि जगदीश पंथी की सरस्वती वंदना से हुई. इसके बाद कवि डॉ उदय प्रकाश ने आमजन से जुड़ी रचना से सम्मेलन को नयी ऊंचाई प्रदान की. कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे मिथिलेश गहमरी ने अपने राष्ट्रीय भाव से ओत-प्रोत कविता पर खूब तालियां बटोरी. वहीं, कवि सिपाही पांडेय ने कृष्ण पर अपने छंदों से श्रोताओं का मनमोह लिया. महिला कवि अनीता सोनपरी ने कविता को गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया. गुरुवार की शाम आयोजित इस कवि सम्मेलन को सफल बनाने में सारस्वत परिषद के कार्यकर्ताओं काफी मेहनत की. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से विवेकानंद तिवारी, रविशंकर अग्रवाल, संजय आर्य व दिनेश सिंह सहित अनेक लोग मौजूद थे.