जनवरी से लेकर 17 सितंबर तक जिले में पकड़े गये 7562 पियक्क्ड़

सरकार के शराबबंदी कानून के बावजूद जिले में जनवरी 2024 से लेकर 17 सितंबर तक पुलिस महकमा और मद्य निषेध विभाग द्वारा 7562 पियक्कड़ों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 20, 2024 8:54 PM

भभुआ. सरकार के शराबबंदी कानून के बावजूद जिले में जनवरी 2024 से लेकर 17 सितंबर तक पुलिस महकमा और मद्य निषेध विभाग द्वारा 7562 पियक्कड़ों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यही नहीं पुलिस और मद्य निषेध विभाग द्वारा चालू वर्ष में शराब बेचने का धंधा करने वाले 1790 धंधेबाजों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. गौरतलब है कि बिहार सरकार द्वारा लगभग पांच वर्षों से राज्य में शराब पीने या बेचने पर पूरी तरह रोक लगा दी गयी है. बावजूद इसके शराब की बिक्री पर अभी पूरी तरह नकेल नहीं कस पायी है. जिले में शराब बेचने और पीने वाले आये दिन पकड़े भी जाते हैं. इधर, मद्य निषेध विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में जनवरी से लेकर 17 सितंबर तक 6193 पियक्कड़ों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही मद्य निषेध विभाग द्वारा 1178 धंधेबाज भी गिरफ्तार कर जेल भेजे गये. जबकि, पुलिस महकमे से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग द्वारा जिले में कुल 1369 पियक्कड़ों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही पुलिस विभाग ने शराब बेचने वाले 612 धंधेबाजों को भी गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया. जबकि, इस अवधि में दोनों विभागों द्वारा सबसे अधिक पियक्कड़ जुलाई माह में 1059 तथा सबसे कम पियक्कड़ चल रहे सितंबर माह में 618 पकड़े गये हैं. जबकि, इसी अवधि में सबसे अधिक शराब का धंधा करने वाले मार्च माह में 308 तथा चालू माह में 83 धंधेबाज गिरफ्तार किये गये. इसी अवधि में मद्यनिषेध विभाग द्वारा शराबबंदी को लेकर 15 हजार 578 बार छापेमारी अभियान चलाया गया और 6876 प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी. इसी तरह इसी अवधि में पुलिस विभाग द्वारा शराबबंदी को लेकर 13305 छापेमारियां की गयी और कुल 1756 मुकदमे दर्ज कराये गये. वहीं, जनवरी 2024 से लेकर 17 सितंबर तक पुलिस महकमा और मद्यनिषेध विभाग ने एक लाख तीन हजार 637 लीटर देसी और विदेशी शराब बरामद किया. इसमें जावा महुआ नहीं शामिल है. मद्य निषेध विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस अवधि में जिले के विभिन्न इलाकों से 28653 लीटर देसी शराब तथा 36120 लीटर विदेशी शराब जब्त की गयी. जबकि, इसी अवधि में पुलिस महकमे द्वारा 4680 लीटर देसी शराब और 34182 लीटर विदेशी शराब जब्त की गयी. मद्य निषेध विभाग द्वारा सबसे अधिक देसी व विदेशी शराब जनवरी माह में 15788 लीटर और सबसे कम देसी व विदेशी शराब फरवरी माह में 2836 लीटर बरामद की गयी. इसी तरह पुलिस विभाग द्वारा भी सबसे अधिक देसी और विदेशी शराब ठंड के मौसम जनवरी माह 15073 लीटर और सबसे कम शराब गर्मी के अप्रैल माह में 766 लीटर जब्त की गयी. शराब को विभाग द्वारा समय समय पर विनिष्ट करने की प्रक्रिया विभागों द्वारा अपनायी जाती रही है. पियक्कड़ और गिरफ्तार धंधेबाजों की संख्या माह पियक्कड़ धराये धंधेबाज जनवरी 636 216 फरवरी 775 255 मार्च 819 308 अप्रैल 860 208 मई 1017 191 जून 900 149 जुलाई 1059 182 अगस्त 878 198 सितंबर 618 83 इन्सेट गिरफ्तार पियक्कड़ों में रखवाली करनेवाले भी शामिल भभुआ. जिले में शराब पीने वाले पियक्कड़ में बीडीओ से लेकर दारोगा तक शामिल हैं. जहां तक सरकार के शराबबंदी का सवाल है आम जनों द्वारा शराबबंदी कानून को तोड़ने के मामले आम हैं. लेकिन, यहां सरकार के शराबबंदी के रखवाले भी पियक्कड़ों की जमात में शामिल हो चुके हैं. गौरतलब है कि मई माह में शराब के नशे में चैनपुर प्रखंड के तत्कालीन बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता ने अपने निजी वाहन से पुलिसकर्मियों को धक्का मार कर भागने का प्रयास किया था. इसके बाद अन्य पुलिस के जवानों द्वारा बीडीओ को पकड़ लिया गया और उन्हें चैनपुर थाना लाया गया. यहां जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई और एसपी के अनुसार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इसी तरह अभी पिछले सप्ताह ही जिले के सोनहन थाना में शराब की पार्टी करते सब इंस्पेक्टर राजीव रंजन व दो चौकीदारों को भी शराब के नशे में गिरफ्तार कर लिया गया. दारोगा व दोनों चौकीदार दिनदहाड़े थाने में ही सरकार के शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ा रहे थे.

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