रामपुर के मड़ईचा गांव में पानी के लिए कुएं का सहारा

रामपुर : अमाव पंचायत के मड़ईचा गांव में भीषण गरमी में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. अप्रैल के प्रथम पखवारे से ही गरमी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. जल स्तर तेजी से नीचे खिसक रहा है. लोग प्यास से बेहाल होने लगे हैं. कई तालाब तो कब के सूख चुके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2016 12:39 AM
रामपुर : अमाव पंचायत के मड़ईचा गांव में भीषण गरमी में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. अप्रैल के प्रथम पखवारे से ही गरमी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. जल स्तर तेजी से नीचे खिसक रहा है. लोग प्यास से बेहाल होने लगे हैं. कई तालाब तो कब के सूख चुके है. ग्रामीण बृजलाल यादव, सुनील कुमार व हरी यादव ने बताया कि गांव की आबादी करीब एक हजार है. पांच चापाकल में से एक चापाकल चालू है और चार चापाकल खराब हो गया है.
सबके घरों में चापाकल भी नहीं है. गांव में दो कुएं है. चापाकल पर सुबह में ज्यादा भीड़ व कम पानी देने के कारण कुआं से महिलाओं को काम चलाना पड़ता है. सबसे ज्यादा परेशानी तो महिलाओं को ही उठानी पड़ती है. कलावती देवी, प्रेमलता देवी, खुशबू कुमारी ने बताया कि गांव में चापाकल की स्थिति तो खराब है ही कुएं की भी सफाई नहीं होती. लाचारी में उसका पानी पीना पड़ता है. जनप्रतिनिधियो व अधिकारी को चापाकल की मरम्मत के लिए कई बार कह कर हार चुके है. जब कुछ भी पहल नहीं हुई, तो गांव में लोगों ने चंदा लगा कर चापाकल बनवाने का प्रयास शुरू किया.
क्या कहते हैं अधिकारी
पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता रामपदोह बेदिया ने बताया कि जहां-जहां चापाकल बंद व खराब पड़ा है वहां बनवाया जा रहा है. रामपुर में जितने भी चापाकल बंद पड़े है, उसका ब्योरा तैयार कर काम पूरा किया जा रहा है.

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