जिले में घटा अपराध का ग्राफ, हादसे भी हुए कम

एसपी ने जारी किये अपराध के अपने आंकड़े, किया दावा पिछले वर्ष 2015 में लूट के मामले आठ थे, जबकि इस वर्ष हुए आधे भभुआ(सदर) : अब इसे सरकार की शराबबंदी का असर कहे या फिर कैमूर पुलिस द्वारा बरती जा रही सख्ती. कैमूर जिले में अपराध और इससे जुड़े मामलों सहित सड़क दुर्घटनाओं में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2016 8:17 AM
एसपी ने जारी किये अपराध के अपने आंकड़े, किया दावा
पिछले वर्ष 2015 में लूट के मामले आठ थे, जबकि इस वर्ष हुए आधे
भभुआ(सदर) : अब इसे सरकार की शराबबंदी का असर कहे या फिर कैमूर पुलिस द्वारा बरती जा रही सख्ती. कैमूर जिले में अपराध और इससे जुड़े मामलों सहित सड़क दुर्घटनाओं में पिछले वर्ष के एक माह की तुलना में इस वर्ष मई माह में आधे की कमी दर्ज की गयी है. इस दौरान 2015 के मुकाबले इस वर्ष लूट, हत्या, अपहरण व बलात्कार सहित सड़क दुर्घटना में जबरदस्त कमी देखी जा रही है.
कैमूर एसपी हरप्रीत कौर ने इस संबंध में बताया कि अपराध और इससे जुड़े मामलों में कैमूर पुलिस की सख्ती काम आ रही है.
सख्ती व चौकस कार्रवाई का ही नतीजा है कि जिले में बड़े अपराध इन माह में काफी कम हुए हैं और अगर हुए भी है तो पुलिस की तत्परता से तत्काल उसका हल निकालते हुए इसमें शामिल अपराधियों को जेल के सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है. एसपी ने बताया कि जिले में पुलिस पदाधिकारियों द्वारा लगातार वाहन जांच करते हुए अपराधियों पर नजर रखी जा रही है. इसका नतीजा है कि पिछले छह माह में लूट की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर कोई बड़ी घटना नहीं हुई है.
एसपी ने उपलब्धियों के आंकड़े गिनाते हुए एक उदाहरण दिया कि पिछले वर्ष 15 के जनवरी माह से मई तक में लूट के 8 मामले दर्ज किये थे लेकिन इस वर्ष 16 में जनवरी से मई माह में लूट के महज 4 मामले ही दर्ज किये गये हैं. इसी प्रकार 2015 में जहां हत्या के 13 मामले सामने आये थे जो इस वर्ष की छमाही के आते आते 4 पर टिक गया.
वहीं वर्ष 2015 में अपहरण के 20 मामले थे जो इस छमाही में मात्र 16 ही दर्ज हुए हैं. एसपी ने बताया कि पुलिस प्रशासन अपराध के मामले में कोई भी कोताही बरतने नहीं जा रहा इसलिए अपराध से जुड़े लोग हो या फिर कोई भी जिम्मेवार अफसर पकड़े जाने पर उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version