पार्क को लेकर वन विभाग ने रखीं शर्तें
भभुआ (शहर) : शहर का इकलौता सिटी पार्क पिछले एक अगस्त से नगर पर्षद व वन विभाग के चक्कर में बंद पड़ा हुआ है. अब यह मामला राज्यस्तर पर जा पहुंचा है. इस बाबत वन विभाग के सचिव ने डीएफओ को पत्र भेजा है. उन्होंने पत्र में वन विभाग की शर्तों को रखते हुए कहा […]
भभुआ (शहर) : शहर का इकलौता सिटी पार्क पिछले एक अगस्त से नगर पर्षद व वन विभाग के चक्कर में बंद पड़ा हुआ है. अब यह मामला राज्यस्तर पर जा पहुंचा है. इस बाबत वन विभाग के सचिव ने डीएफओ को पत्र भेजा है.
उन्होंने पत्र में वन विभाग की शर्तों को रखते हुए कहा कि पार्क की जमीन पर मालिकाना हक नगर पर्षद का ही रहेगा, लेकिन इसके रख-रखाव से लेकर देख-रेख की सारी जिम्मेवारी वन विभाग की होगी. साथ ही यह भी निर्देश जारी किया गया है कि नगर पर्षद को सिटी पार्क को जमीन से संबंधी सभी दस्तावेज जिलाधिकारी के माध्यम से वन विभाग के प्रधान सचिव को भेजने होंगे. इसके बाद वन विभाग द्वारा दस्तावेजों को राजस्व विभाग के प्रधान सचिव को भेजकर राजस्व विभाग की स्वीकृति के बाद वन विभाग सिटी पार्क को ले सकता है. हालांकि सिटी पार्क का भूमि का स्वामित्व नगर पर्षद का ही होगा, लेकिन वन विभाग द्वारा सिटी पार्क के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण को लेकर नप के द्वारा कोई हस्तक्षेप नहीं करना होगा.
पार्क बंद होने से लोगों में मायूसी
नगर पर्षद और वन विभाग के कागजी पेच में सिटी पार्क एक माह से बंद पड़ा है, वहीं शहरवासियों में इसके बंद होने को लेकर काफी मायूसी है. शहर के लोग सुबह-शाम सिटी पार्क में टहलने व योग करने के लिए आते थे और बच्चे पार्क में घूमने व देखने के लिये आया करते थे. अब पार्क के बंद होने की वजह से यह पूरी तरह झाडियों में बदलता दिख रहा है.
क्या है पूरा मामला
सिटी पार्क में वन महोत्सव के दौरान जिले के आलाअधिकारियों द्वारा पौधारोपण के दौरान पार्क की दशा देख कर जिलाधिकारी ने इसे वन विभाग को सौंपने का निर्देश दिया था. हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने भी जिलाधिकारी के फैसले पर कोई आपत्ति नहीं जतायी थी. नगर पर्षद ने पार्क को वन विभाग को देने की बात कह उसमें ताला लगा दिया, जिससे शहरवासियों की परेशानी और बढ़ गयी.