दो शिक्षकों पर 304 छात्रों के भविष्य की जिम्मेवारी
बेंच के अभाव में जमीन पर बैठ पढ़ाई करते हैं बच्चे नासरीगंज : उत्क्रमित उच्च विद्यालय पवनी संसाधन व शिक्षकों के कमी से बदहाल है़ यहां फर्नीचर के अभाव में छात्र जमीन पर बैठ कर पढ़ायी करते हैं. दूसरी ओर विद्यालय में शिक्षकों की कमी से छात्रों के पठन-पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. […]
बेंच के अभाव में जमीन पर बैठ पढ़ाई करते हैं बच्चे
नासरीगंज : उत्क्रमित उच्च विद्यालय पवनी संसाधन व शिक्षकों के कमी से बदहाल है़ यहां फर्नीचर के अभाव में छात्र जमीन पर बैठ कर पढ़ायी करते हैं. दूसरी ओर विद्यालय में शिक्षकों की कमी से छात्रों के पठन-पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. विद्यालय में मात्र दो शिक्षक है. इनके ऊपर 304 छात्र-छात्राओं को पढ़ाने की जिम्मेवारी है.
विद्यालय में प्रभात कुमार नाम के एक शिक्षक पर लगभग सभी विषयों को पढ़ाने की जिम्मेवारी है. विद्यालय में कमरे बहुतायत संख्या में है. परंतु, बेंच, कुरसी टेबुल एक भी नहीं है. बच्चे जमीन पर नीचे बैठकर पढ़ते है. विज्ञान के कोई शिक्षक नहीं है. एक शिक्षक ही विज्ञान व कला दोनों की पढ़ाई करते है. पुस्तकालय नहीं है. खेलकूद के मैदान है, परंतु खेल सामग्री नहीं है.
विद्यालय में नहीं कोई लिपिक है नहीं कोई आदेश पाल. विद्यालय की राजनंदनी व भूमिका कुमारी का कहना है कि शिक्षकों की कमी से पूरे विषयों की पढ़ायी नहीं हो पाती है. विद्यालय के ही चंदन कुमार व रत्नाकर चौबे नाम के छात्र का कहना है कि शिक्षकों के कमी के बावजूद पढ़ायी होती रहती है. जमीन पर बैठ कर पढ़ना ठीक नहीं लगता.