आजा परदेसी, अब घर मेरे आजा…

भभुआ (नगर) : शहीद संजय सिंह ने अपने कर्तव्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करते हुए अपनी जान गंवायी. इससे हम सभी काफी मर्माहत हुए. उनके नाम से ही इस कॉलेज का नामकरण वर्ष 2002 में शहीद संजय सिंह महिला महाविद्यालय किया गया. कॉलेज के सविकास के लिए सभी को मिल-जुल कर काम करना होगा. कॉलेज में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2016 7:58 AM

भभुआ (नगर) : शहीद संजय सिंह ने अपने कर्तव्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करते हुए अपनी जान गंवायी. इससे हम सभी काफी मर्माहत हुए. उनके नाम से ही इस कॉलेज का नामकरण वर्ष 2002 में शहीद संजय सिंह महिला महाविद्यालय किया गया. कॉलेज के सविकास के लिए सभी को मिल-जुल कर काम करना होगा. कॉलेज में प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य जल्द शुरू कर दिया जायेगा.

उक्त बातें कॉलेज के शासी निकाय के अध्यक्ष सह डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने शहीद संजय सिंह की 49वीं जयंती व एसएसएस महिला कॉलेज की 35वीं वर्षगांठ के मौके पर कही. कार्यक्रम का उद‍्घाटन डीएम, एमएलसी संतोष कुमार सिंह नप चेयरमैन बजरंग बहादुर सिंह सहित शहीद संजय कुमार सिंह के माता-पिता डाॅ घनश्याम नारायण सिंह व डाॅ कांति सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर शहीद संजय सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया.

इस मौके पर कॉलेज की प्रिंसिपल डाॅ तारा सिंह ने कॉलेज का प्रगति प्रतिवेदन पढ़ आगत अतिथियों का धन्यवाद किया. प्रिंसिपल ने कहा संसाधनों के अभाव में भी हम विगत 35 वर्षों से संघर्ष करते हुए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं. एमएलसी संतोष कुमार सिंह ने भी शहीद संजय सिंह को स्मरण करते हुए छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में उंचा मुकाम हासिल करने के लिए प्रेरित किया. नप चेयरमैन बजरंग बहादुर सिंह ने इस मौके पर कॉलेज परिसर में मुख्य सड़क से एक सड़क बनाये जाने की बात कही. वहीं अन्य आगत अतिथियों ने भी अपने-अपने विचार रखें.
कल्चरल प्रोग्राम में दिखा छात्राओं का हुनर : एनुअल फंक्शन में कॉलेज की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये कल्चरल प्रोग्राम ने लोगों का दिल जीत लिया. कार्यक्रम की शुरुआत छात्रा श्वेता, अनुपमा, शशि, अंतिमा और आभा के द्वारा ‘भाग्य मेरा हुआ आपका आगमन स्वागतम-स्वागतम’ गीत से हुआ. उसके बाद छात्रा दीपा कुमारी द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना ने कार्यक्रम में समा बांध दिया. इस दौरान छात्रा अंबरीन इसरत ने अंगरेजी और मधुबाला वर्मा ने हिंदी में शहीद संजय सिंह पर स्पीच प्रस्तुत किया. छात्रा राखी, स्नेहा, चंचल आदि द्वारा डांडिया नृत्य कभी पायल समझ के मां लगा ले मुझे चरणों में की आकर्षक प्रस्तुति दी.
कार्यक्रम के बीच में श्रद्धांजलि गीत ओ संजय प्यारे की प्रस्तुति अनुपमा कुमारी ने दी जिससे सबकी आंखें गमगीन हो गयी. एनुअल फंक्शन के दौरान छात्राओं द्वारा एक से बढ़ कर एक ग्रुप डांस और एकल डांस की प्रस्तुति दी गयी. छात्रा किरण कुमारी ने ‘आजा परदेसी अब घर मेंरे आजा पनघट पर नाचे राधा’ की प्रस्तुति देकर उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया. वहीं प्रियंका, गुड़िया, अंतिमा और शशि आदि के द्वारा वतन को खुन से सिंची है झांसी वाली रानी ने गीत के बोल पर कव्वाली की प्रस्तुति दी, जिसकी सभी ने खुले दिल से प्रशंसा की. कार्यक्रम में हारमोनियम पर डा. पंकज और ढोलक पर सुभाष कुमार ने भी कलाकारों का अच्छा साथ दिया. कार्यक्रम की एंकरिंग की जिम्मेवारी सिरता सिंह और डा. राजन सिंह ने बखूबी निभायी. छात्रा सिखा सिंह ने अपने लाजवाब एकरिंग और शेरों शायरी से पूरे कार्यक्रम के दौरान लोगों को बांधे रखा. कार्यक्रम की देखरेख डा. अंजु सिंह ने की.
दर्शकों ने बढ़ाया हौसला : कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में छात्राओं और पैरेंट‍्स की भीड़ से पूरा कैंपस भरा हुआ था. कार्यक्रम के दौरान इनलोगों ने तालियों के गड़गड़ाहट के साथ छात्राओं का हौसला बढ़ाया.
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छोटे बच्चे भी मौजूद थे, जो कार्यक्रम को अपने मोबाइल फोन में कैद करते हुए कार्यक्रम का लुत्फ उठाया. इस दौरान विधान पार्षद संजीव श्याम सिंह, डीएफओ सत्यजीत कुमार, समाजसेवी बिरजू पटेल, कॉलेज के टीचर उपेंद्र नारायण सिंह, डा. सुमन सिंह, बागेश्वरी द्विवेदी, शिवकुमार पांडेय, एनसीसी इंचार्ज नीलम सिंह, उमेश प्रसाद, अमित कुमार सहित कॉलेज के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी मौजूद थे.

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