सीमा पर शहीद होने का जज्बा है, पर ऐसी शहादत पर खून खौलता है

भभुआ (सदर) : जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के मुख्यालय पर आतंकी हमले के दौरान 18 जवानों की शहादत के बाद आक्रोश पनप गया है. देश के कोने कोने से इस घटना के खिलाफ लोगों की आवाज तेज होने लगी है और पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की मांग कर रहे हैं. देश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2016 7:02 AM

भभुआ (सदर) : जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के मुख्यालय पर आतंकी हमले के दौरान 18 जवानों की शहादत के बाद आक्रोश पनप गया है. देश के कोने कोने से इस घटना के खिलाफ लोगों की आवाज तेज होने लगी है और पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की मांग कर रहे हैं. देश के अन्य हिस्सों की तरह भभुआ में भी जनता सड़क पर उतर गयी

और दर्जनों की संख्या में युवाओं ने शहर में मार्च निकाल कर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की और पीएम मोदी से सख्त कदम उठाने की मांग करते हुए शहर के एकता चौक को जाम कर दिया. उरी सेक्टर में पाकिस्तान परस्त आतंकियों के हाथों शहीद हुए जवानों को लेकर शहर के नौजवान काफी आक्रोशित दिखे ओर मंगलवार को शहर के युवाओं ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के बुलंद नारों व मोदी सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की मांग करते हुए एकता चौक को जाम कर दिया. इसके पूर्व युवकों ने पटेल चौक से एकता चौक तक मार्च निकाल कर पाकिस्तान का जमकर विरोध किया.

शहीदों को नमन करने और पाकिस्तान पर जबरदस्त कार्रवाई करने की मांग करते हुए युवक सुबह 5.30 बजे ही एकता चौक जाम करके बैठ गये. सुबह 5.30 बजे से एकता चौक जाम कर बैठे युवकों का कहना था कि देश के लोग और मोदी सरकार भी जानती है कि इस हमले का जिम्मेवार पाकिस्तानी ही है. सरकार अभी तक मंत्रणा करने में ही जुटी हुई है. उन्होने कहा की हर युवा देश पर कुरबान होने को तैयार है. सीमा पर दुश्मन से लड़कर शहीद हो सकते हैं, लेकिन रोज-रोज इस तरह से बेवजह जवानों की शहादत बरदाश्त नहीं की जा सकती. इस पर खून खौलता है.

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