प्रैक्टिकल क्लास पर ध्यान दें बच्चे
एसवीपी कॉलेज में 24वीं बाल विज्ञान कांग्रेस में पहंचे डीएम भभुआ नगर : बच्चों की सोच को वैज्ञानिक आधार प्रदान कर हम किसी भी भ्रम को मिटा सकते हैं. विज्ञान समाज को जोड़ता है. बाल्यावस्था से ही बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण संपोषित की जाये और बच्चों को प्रेरित किया जाये तो समाज की रुढ़ियों व […]
एसवीपी कॉलेज में 24वीं बाल विज्ञान कांग्रेस में पहंचे डीएम
भभुआ नगर : बच्चों की सोच को वैज्ञानिक आधार प्रदान कर हम किसी भी भ्रम को मिटा सकते हैं. विज्ञान समाज को जोड़ता है. बाल्यावस्था से ही बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण संपोषित की जाये और बच्चों को प्रेरित किया जाये तो समाज की रुढ़ियों व कुरुतियों को समाप्त किया जा सकता है.
स्कूल व कॉलेज लेबल पर बच्चों को बढ़ावा देने की जरूरत है. स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल क्लासेज पर ज्यादा फोकस करें स्कूल व कॉलेज की क्लास कभी बंद नहीं करें. यह कॉलेज शिक्षा के क्षेत्र में जिले में अच्छा कार्य कर रहा है. कॉलेज की पूरी टीम और यहां के स्टूडेंट्स काफी अनुशासित हैं.
उक्त बातें बुधवार को शहर के एसवीपी कॉलेज में आयोजित 24वीं बाल विज्ञान कांग्रेस 2016 के दौरान डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने कहीं. कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम व कॉलेज के प्रिंसिपल एसएन लाल ने किया.
मुख्य अतिथि के तौर पहुंचीं एसपी हरप्रीत कौर ने भी स्कूली बच्चों को साइंस के प्रति मोटिवेट करते हुए कहा कि पूरे भरोसे और विश्वास के साथ अपनी सोच को आगे बढ़ायें. आज के परिवेश में युवाओं को अच्छा वातावरण देने की जरूरत है. इससे वे अपनी क्रिएटीविटी को आगे ले जायेंगे. क्वालिटी ऑफ लाइफ को बढ़ाने के साथ वातावरण को भी दूषित होने से बचाना है.
बाल विज्ञान कांग्रेस इस दिशा में एक सराहनीय कदम है. प्रिंसिपल एसएन लाल ने बाल वैज्ञानिकों को कॉलेज की प्रयोगशाला का प्रयोग करने का निमंत्रण दिया और उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण को आगे ले जाने में हर संभव संसाधन उपलब्ध कराने की बात कही. साइंस फॉर सोसाइटी की जिला समन्वयक डाू कमला सिंह ने कहा कि वर्ष 1993 से राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन कैमूर में हो रहा है और चार बार यहां के बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हुए हैं.
बच्चों के प्रोजेक्ट की हुई सराहना
बाल विज्ञान कांग्रेस में जिले के 35 सरकारी व निजी स्कूलों के अपने मार्गदर्शक टीचरों के साथ इसमें शामिल हुए. स्कूली बच्चों ने अपनी उम्र से बढ़कर अपनी सोच को अपने साइंस प्रोजेक्ट के जरिये पेश किया.
इसकी सभी ने सराहना की. कार्यक्रम में राज्य पर्यवेक्षक के रूप में मो. जावेद आलम ने बाल वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए उनकी हौंसला आफजाई की.कार्यक्रम की देखरेख सहायक समन्वयक सायंस फॉर सोसायटी के ब्रजेश कुमार सिंह ने की. इस मौके पर डाॅ टीएन पांडेय, डाॅ ब्रम्हदेव सिंह, डाॅ सीतारमण पांडेय, प्रो. बसंता, प्रो. जगजीत सिंह, प्रो. सीमा पटेल, विभा, डीपीओ साक्षरता ददन राम, सामाजिक कार्यकर्ता बिग्गु शर्मा, अब्दुल रहमान, काम्या सुभाष आदि थे.