चांद में बीमा कंपनी अविवा के खिलाफ मामला दर्ज

चांद(कैमूर) : प्रखंड मुख्यालय में मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में कैंप लगाकर लोंगो का बीमा करने वाली अविवा बीमा कंपनी ने बीमा के नाम कई लोंगो से राशि जमा करायी. उसके बाद एक-दो किश्त जमा करने के बाद जमा करना बंद कर दिया. काफ़ी इंतजार के बाद लाभुकों ने भ्रष्टाचार एवं अपराध नियंत्रण समिति से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2016 7:08 AM
चांद(कैमूर) : प्रखंड मुख्यालय में मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में कैंप लगाकर लोंगो का बीमा करने वाली अविवा बीमा कंपनी ने बीमा के नाम कई लोंगो से राशि जमा करायी. उसके बाद एक-दो किश्त जमा करने के बाद जमा करना बंद कर दिया. काफ़ी इंतजार के बाद लाभुकों ने भ्रष्टाचार एवं अपराध नियंत्रण समिति से न्याय की गुहार लगायी. लोंगो के प्राप्त आवेदन पर भ्रष्टाचार एवं अपराध नियंत्रण समिति ने चांद थाना में एफआइआर दर्ज कराया है.
क्या है मामला. वर्ष 2008-09 में मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में कैंप लगाकर बैंक के कैशियर के सहयोग से अविवा बीमा कंपनी के राकेश कुमार व एमबीजीबी चांद के कैशियर हरिद्वार प्रसाद गुप्ता ने प्रखंड के लोगों का इंश्योरेंस कराया था. बीमा छह से बारह हजार रुपये तक प्रतिवर्ष के हिसाब से किस्तवार जमा कराया गया. किसी का एक किश्त किसी का दो किश्त जमा कराकर कंपनी संचालक फरार हो गया. काफ़ी प्रयास के बाद सितंबर 2016 में राकेश कुमार को पॉलिसीधारकों ने चांद में पकड़ लिया. इसके बाद राकेश कुमार ने पॉलिसीधारक को तत्काल पांच हज़ार रुपये दिये व चांद थाना प्रभारी के समक्ष एक सप्ताह का समय राशि भुगतान के लिए लिया था परंतु, अभी तक राशि नहीं देने पर राकेश कुमार और हरिद्वार प्रसाद गुप्ता पर एफआइआर दर्ज कराया गया. दोनों पॉलिसीधारकों का 25-25 हज़ार रुपया जमा है.
पॉलिसीधारकों ने दिया था आवेदन.काफी दिनों तक कंपनी के संचालक राकेश कुमार फोन पर आश्वासन देते रहे कि राशि मिल जायेगी परंतु, उन्होंने अपना मोबाइल नंबर ही बदल लिया. पॉलिसी होल्डर मीरा देवी, रियाज अहमद ने भ्रष्टाचार एवं अपराध नियंत्रण समिति को आवेदन दिया था.
क्या कहते हैं महासचिव
अपराध एवं नियंत्रण समिति के महासचिव सत्येंद्र सिंह ने कहा कि पीड़ितों की समस्या को लेकर समिति सख्त है. समिति लोगों को न्याय दिलाने के लिए कृतसंकल्प है.

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