शिक्षक बनने को भटक रहा बीएड पास दिव्यांग

पिता व पुत्र ने डीएम से मिल कर लगायी मदद की गुहार भभुआ नगर : दिव्यांग कोटे पर शिक्षक पद पर बहाली के लिए एक युवक अपने पिता के साथ लगातार कार्यालयों का चक्कर लगा रहा है. उसकी फरियाद नहीं सुनी जा रही है. गुरुवार को सदर प्रखंड के भरिगांवा गांव के अमित कुमार अपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2016 7:30 AM

पिता व पुत्र ने डीएम से मिल कर लगायी मदद की गुहार

भभुआ नगर : दिव्यांग कोटे पर शिक्षक पद पर बहाली के लिए एक युवक अपने पिता के साथ लगातार कार्यालयों का चक्कर लगा रहा है. उसकी फरियाद नहीं सुनी जा रही है. गुरुवार को सदर प्रखंड के भरिगांवा गांव के अमित कुमार अपनी फरियाद लेकर डीएम से मिलने पहुंचा. अपने पिता अखिलेश कुमार के साथ आये अमित ने बताया कि मैं शारीरिक रूप से 75 फीसदी दिव्यांग हूं.

चलने व लिखने में मुझे कठिनाई होती है लेकिन, बोलकर पढ़ाने में मैं पूर्णरुप से सक्षम हूं. मेरे पिता मुझे पढ़ाने व दवा कराने में आर्थिक व मानसिक रुप से परेशान रहते हैं. 2011 में बीटीइटी की परीक्षा ही नहीं हुई लेकिन, मैंने हिम्मत नहीं हारी मैने सितंबर 2015 में सीटीइटी की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली. नौकरी के लिए अब भी भटक रहा हूं. उसके पिता ने बताया कि अपने बेटे को उसके पैर पर खड़ा करने के लिए मैं प्रयासरत हूं. मेरे बेटे ने एमए व बीएड तक की डिग्री प्राप्त की है. कम दिव्यांगता प्रतिशत वाले को नौकरी दी जा रही है. जबकि मेरा बेटा 75 प्रतिशत विकलांग है.

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