ऑफिस में बैठने से डरते हैं एसडीएम

भभुआ नगर : भवन प्रमंडल विभाग की लापरवाही एक बार फिर सामने आयी है. इसबार इसका शिकार और कोई नहीं बल्कि, भभुआ एसडीएम का गोपनीय कार्यालय हुआ है. गोपनीय कार्यालय की हालत काफी जर्जर है. कार्यालय के लिए बने दो कमरे, जिसमें एक में एसडीएम बैठते हैं वहीं दूसरे कमरे में अन्य कर्मचारी . इसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2016 4:48 AM
भभुआ नगर : भवन प्रमंडल विभाग की लापरवाही एक बार फिर सामने आयी है. इसबार इसका शिकार और कोई नहीं बल्कि, भभुआ एसडीएम का गोपनीय कार्यालय हुआ है. गोपनीय कार्यालय की हालत काफी जर्जर है. कार्यालय के लिए बने दो कमरे, जिसमें एक में एसडीएम बैठते हैं वहीं दूसरे कमरे में अन्य कर्मचारी . इसके ठीक सटे बनाये गये गार्ड रूम की भी हालत जर्जर है.
अस्थायी तौर पर बनाये गये गोपनीय प्रकोष्ठ की दीवारें जर्जर हो चुकी हैं. कई जगहों की दीवारों पर दरारें आ गयी हैं. इससे कभी भी हादसा हो सकता है. इस बात से खुद एसडीएम ललन प्रसाद भी भयभीत हैं. उनका कहना है कि भवन प्रमंडल विभाग की लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है. निर्माण के कुछ ही महीनों बाद बिल्डिंग की दीवार जगह-जगह फट गयी है. दीवार गिरने की आशंका बनी हुई है.
डीएम को दी गयी जानकारी
जिला मुख्यालय होने की वजह से एसडीएम के गोपनीय कार्यालय में कार्य की अधिकता रहती है. आये दिन इस कार्यालय में बैठकें होती रहती हैं. एसडीएम ललन प्रसाद ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2015-16 में कार्यालय की मरम्मत आदि के लिए प्रस्ताव बनाया गया था. इसकी जिम्मेवारी भवन प्रमंडल विभाग को दी गयी थी. विभाग के सहायक अभियंता की लापरवाही से इसके लिए स्वीकृत की गयी करीब सात लाख रुपये की राशि लैप्स हो गयी. अभियंता को कई बार रिमाइंडर भी भेजा गया लेकिन, इस काम को लेकर विभाग द्वारा दिलचस्पी नहीं दिखायी गयी. इस मामले की शिकायत डीएम से भी की जा चुकी है.
गार्ड रूम भी बेहाल
अनुमंडल पदाधिकारी के गोपनीय कार्यालय के ठीक सटे गार्ड रूम भी बनाया गया है. इसमें पांच गार्ड नियुक्ति हैं. गार्ड रूम की भी हालत जर्जर है. कमरे की छत टूट चुकी है. इसमें गरमी, बरसात व सर्दी के मौसम की मार सुरक्षा गार्डों को झेलनी पड़ती है. बरसात में तो छत से पानी टपकता है. कमरे में पानी जमा हो जाता है़
बोले पदाधिकारी
ऑफिस में अब तो बैठने में भी डर लगने लगा है. भवन प्रमंडल विभाग के सहायक अभियंता की लापरवाही से भवन निर्माण हेतू आयी राशि लैप्स कर गयी.
ललन प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी

Next Article

Exit mobile version