खरहना में एकजुट होकर मनायी दीपावली
खुशियों में शामिल हुए आसपास के गांवों के लोग सोमवार को मनाया त्योहार, दिखा उत्साह कुदरा/पुसौली. मुख्यालय से 15 किमी दूर स्थित खरहना गांव में सोमवार को धूमधाम से दीपावली मनायी गयी. शाम होते ही सबसे पहले गांव के मंदिर काली मंदिर, भगवान शंकर व भगवान महावीर जी के अलावा सभी देवी-देवताओं के मंदिरों में […]
खुशियों में शामिल हुए आसपास के गांवों के लोग
सोमवार को मनाया त्योहार, दिखा उत्साह
कुदरा/पुसौली. मुख्यालय से 15 किमी दूर स्थित खरहना गांव में सोमवार को धूमधाम से दीपावली मनायी गयी. शाम होते ही सबसे पहले गांव के मंदिर काली मंदिर, भगवान शंकर व भगवान महावीर जी के अलावा सभी देवी-देवताओं के मंदिरों में घी के दीये जलाये गये.
उसके बाद घर पर धन की देवी लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित कर विधि-विधान से पूजा की गयी. घरों को झालर, मिट्टी के दीये, कैंडल आदि से सजाया गया था. पूरे गांव में उजाला पसरा रहा. सोमवार को खरहना गांव का नजारा देखते ही बन रहा था. सभी जगह दीपावली रविवार को थी लेकिन, खरहना में सोमवार को मनायी गयी. इसको लेकर आसपास के गांव शाहबाजपुर, अतरवलिया, ककरही गांव के लोग जुटे थे. बच्चे व युवकों ने खूब आतिशबाजी की. एक-दूसरे से गले भी मिले. गौरतलब है कि कुदरा प्रखंड में स्थित खरहना पंचायत में कुल 15 गांव हैं. केवल 2000 से अधिक लोगों की आबादी वाला गांव खरहना में दीपावली कई दशक से पूरे देश के एक दिन बाद मनता है. यानी कह सकते हैं कि सभी जगह रविवार को दीपावली मनी लेकिन, खरहना में सोमवार को. दीपावली सभी गांव के लोग मनाये, यह परंपरा कई दशक से चलती आ रही है. आज भी इसे माना जाता है.
गांव के दुकानदार भाई लोग केवल दीपावली के दिन दुकान की पूजा करते हैं लेकिन, एक दिन बाद देवी-देवता के साथ-साथ घरों में दीया एक दिन बाद ही जलाते हैं, जो सोमवार की शाम में ही मनायी गयी. पूरे गांव के लोग धनतेरस व भैयादूज जिस दिन सब जगह मनता है उसी दिन मनाते हैं. एक दिन बाद खरहना गांव में दीपावली मनाये जाने पर पूरे मोहनिया अनुमंडल में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि यह जिले का पहला गांव है जहां दीपावली के एक दिन बाद दीपावली मनती है.