अधिकारियों की गली चकाचक, शहर में गंदगी
शहर की गली व मुहल्लों सहित मुख्य सड़कों पर पसरी है गंदगी भभुआ सदर : नगर पर्षद भभुआ किसी और सुविधा देने में भले ही नाकाम हो लेकिन, नप के शहर की साफ-सफाई और जिलों से बेहतरी के दावे भी इन दिनों खोखले साबित हो रहे हैं. क्योंकि, शहर में पिछले तीन दिनों से सड़कों, […]
शहर की गली व मुहल्लों सहित मुख्य सड़कों पर पसरी है गंदगी
भभुआ सदर : नगर पर्षद भभुआ किसी और सुविधा देने में भले ही नाकाम हो लेकिन, नप के शहर की साफ-सफाई और जिलों से बेहतरी के दावे भी इन दिनों खोखले साबित हो रहे हैं. क्योंकि, शहर में पिछले तीन दिनों से सड़कों, गली-मुहल्लों से कूड़ा-करकट का उठाव नहीं किये जाने से शहर की स्थिति नारकीय हो गयी है. नगर पर्षद द्वारा शहर के बड़े अधिकारियों की ओर जानेवाली सड़कों को तो उनके कोपभाजन से बचने के लिए चकाचक कर दिया जा रहा है लेकिन, शहरवासियों के निवास वाले गली-मुहल्लों सहित मुख्य सड़कों से कूड़े का उठाव नहीं किया जा रहा. अब इसमें दोष नप के सफाई कर्मियों की नहीं है बल्कि, नप अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे, जिसके चलते पर्व-त्योहार में शहर को चमकानेवाले सफाई कर्मचारी भी सुस्ती बरते हुए हैं.
गली से लेकर सड़कों तक फैली गंदगी
पिछले तीन दिनों में शहर की बेहतर साफ-सफाई नहीं कराये जाने के चलते शहर के सभी 25 वार्डों और मुख्य सड़कों के किनारे कूड़े का अंबार लगा हुआ है. कहने को तो नप में फिलहाल 66 सफाई कर्मचारी, एक जेसीबी सहित कूड़ा ढोने के लिए चार मैजिक व दो ट्रैक्टर हैं लेकिन, सफाई कार्यों में लापरवाही बरतने और अधिकारियों के प्रतिदिन इसकी मॉनीटरिंग नहीं किये जाने के चलते सभी बेमानी है.
उस पर से रविवार को अधिकारियों के साथ-साथ कर्मचारियों के भी आराम करने के चलते शहर की स्थिति नारकीय बनी हुई है. अब इसका खामियाजा निरीह जनता को भुगतना पड़ता है. शहर के रामचंद्र प्रसाद, विमल सिंह आदि का कहना था कि नप द्वारा हर महीने टैक्स का नोटिस थमा दिया जाता है लेकिन, नप शहरी सुविधा देने में पूरी तरह से फेल है.
शहर की स्थिति नारकीय
तीन दिनों से कूड़े का उठाव नहीं किये जाने के चलते स्थिति इनती नारकीय हो गयी है कि सड़क किनारे फेंका गया कूड़ा अब हवा के साथ सड़कों पर आ चुका है. एकता चौक, सब्जी मंडी, नगर थाना के समीप, पटेल चौक, जेपी चौक सहित देवी मंदिर रोड और पुराना पश्चिम बाजार में कूड़ा अब सड़कों पर फैलने लगा है. नप कुछ महीने पूर्व नप क्षेत्र में आवश्यकता से अधिक लगाये गये सैकड़ों डस्टबीन भी कूड़े को सड़क पर जाने से रोकने में नाकामी साबित हो रहे हैं.
शहर के प्रवेश द्वारों पर नप अधिकारी का ध्यान नहीं
शहर तो शहर भभुआ शहर के सभी प्रवेश द्वारों पर भी नगर पर्षद गंदगी फैलाने पर तुली हुई है, जिसके चलते ग्रीन सिटी के नाम से चर्चित भभुआ के सुंदरता पर अब धब्बे आने शुरू हो गये है. हाल के वर्षों तक नप के अधिकारी और वार्ड पार्षद लोगों को बहुत जल्द ड्रेनेज- सिवरेज सिस्टम सहित कचरा प्रबंधन की सुविधा अपने शहर में मिली की सब्जबाग दिखाते रहे लेकिन, यह सुविधा मिलना तो दूर नगर पर्षद द्वारा कुछ को छोड़ शहर के सभी प्रवेश द्वारों को ही गंदगी से पाटने पर तुला हुआ है. नगर पर्षद की इसी कार्यशैली के चलते कुदरा से भभुआ आती हुई मुख्य सड़क हो या वाराणसी को जानेवाली चैनपुर-भभुआ सड़क हो या फिर अखलासपुर बाइपास सड़क हर उस सड़क के प्रवेश द्वारों के दोनों छोर पर फेंके जा रहे कूड़े और उससे उठते असहनीय बदबू लोगों को शहर के बारे में एक अलग सोच को प्रदर्शित कर रहे हैं.
शहरवासी भी हैं जिम्मेवार
नप ने शहर के सभी स्थानों पर यहां तक कि स्टेडियम और पार्क में भी दर्जनों की संख्या में डस्टबीन लगवा रखी है, इसके अलावा मुख्य सड़कों के किनारे चौक-चौराहों गली-मुहल्लों में भी अधिक मात्रा में डस्टबीन रखवाया गया है लेकिन, शहर के अधिकतर लोग उस डस्टबीन का प्रयोग न करके अपने घर का निकला कूड़ा सड़क पर या सड़क किनारे फेंक इसकी जवाबदेही नप के ऊपर डाल देते हैं. शहर के वृद्ध बद्री प्रसाद, द्वारिका शर्मा का कहना है कि नप से अधिक शहर को स्वच्छ रखने में लोगों का कर्तव्य होता है लोग जिस प्रकार अपने घर की साफ-सफाई करते हैं. उसी प्रकार सड़कों का भी ख्याल रखें.