नीतीश की यात्रा से पहले चकाचक नहीं हुआ गांव, डीएम के निर्देश पर दर्ज होगा एफआईआर

भभुआ : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा से पहले भभुआ प्रखंड के सिकरा गांव को खुले में शौच से मुक्त, हर घर में नल का जल, गली-नाली, सड़क बनाने का काम पूर्ण करना है. इसी को लेकर चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने गुरुवार को जब कैमूर डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह सिकरा पहुंचे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2016 8:21 AM

भभुआ : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा से पहले भभुआ प्रखंड के सिकरा गांव को खुले में शौच से मुक्त, हर घर में नल का जल, गली-नाली, सड़क बनाने का काम पूर्ण करना है. इसी को लेकर चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने गुरुवार को जब कैमूर डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह सिकरा पहुंचे तो वहां सर्वशिक्षा अभियान से निर्मित प्राथमिक विद्यालय के भवन को देख वे भड़क उठे और उन्होंने तत्काल प्राथमिक विद्यालय के भवन को निर्माण कराने वाले ठेकेदार पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया.

दरअसल, कुछ वर्ष पहले ही उक्त प्राथमिक विद्यालय के भवन का निर्माण कराया गया है, लेकिन ठेकेदार द्वारा उक्त भवन का अधूरा निर्माण कर काम को बंद कर दिया गया. वहीं निर्माण कराये गये विद्यालय के दीवार एवं छत की ढलाई अभी से टूटने लगी है. घटिया काम एवं अधूरे निर्माण को देख डीएम ने तत्काल जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्राथमिकी का आदेश दिया. गुरुवार को डीएम उक्त गांव में खुले में शौच से मुक्त करने के लिए चल रहे कार्य का निरीक्षण करने गये थे.
इस दौरान उन्होंने गांव में चल रहे शौचालय निर्माण के धीमी रफ्तार को देख जहां समन्वयक को जम कर फटकार लगायी वहीं पांच दिनों के अंदर सिकरा के सभी घरों में शौचालय निर्माण के कार्य को पूर्ण करने का आदेश दिया. दूसरी तरफ गांव के हर घर में नल का जल पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाने एवं पंप लगाने का काम तेजी से चल रहा था. हर घर नल लगाने का काम कर रहे संवेदक ने डीएम को बताया कि एक सप्ताह के अंदर कार्य को पूर्ण कर हर घर में नल का पानी पहुंचा दिया जायेगा. निरीक्षण के दौरान डीएम ने गांव के हर गली एवं दर्जन भर घरों में जा कर शौचालय निर्माण की क्वालिटी एवं काम को देखा.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के 21 दिसंबर को कैमूर आने की संभावना है. इसको लेकर गांव में युद्धस्तर पर काम कराया जा रहा है. शुक्रवार को मोहनिया प्रखंड के पानापुर एवं भरखर गांव को खुले में शौच मुक्त घोषित किया जाना है. निरीक्षण के क्रम में डीएम के साथ पंचायती राज पदाधिकारी, बीडीओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहें.

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