सात साल से अपडेट नहीं हुई कर्मचारियों की सूची

रामपुर : प्रखंड मुख्यालय के मनरेगा कार्यालय की दीवार पर लगी पंचायत रोजगार सेवकों की सूची को अपडेट नहीं किया जा रहा है. इसके चलते लोगों को सही अधिकारी के बारे में जानने में परेशानी हो रही है.उक्त सूची में प्रखंड के सभी पंचायत के पीआरएस के नाम, मोबाइल नंबर, पंचायतों के नाम, दिन व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2016 8:14 AM
रामपुर : प्रखंड मुख्यालय के मनरेगा कार्यालय की दीवार पर लगी पंचायत रोजगार सेवकों की सूची को अपडेट नहीं किया जा रहा है. इसके चलते लोगों को सही अधिकारी के बारे में जानने में परेशानी हो रही है.उक्त सूची में प्रखंड के सभी पंचायत के पीआरएस के नाम, मोबाइल नंबर, पंचायतों के नाम, दिन व समय अंकित है. दिन, स्थान व समय पर आप अपने पीआरएस से मिल कर मनरेगा योजना अंतर्गत जॉब कार्ड, काम की मांग, बेरोजगारी भत्ता व अन्य संबंधी कार्य के लिए आवेदन व शिकायत देकर प्राप्ति रसीद प्राप्त कर सकते है. अपने पंचायत मुख्यालय पर पीआरएस नहीं रहते हैं, तो मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी(पीओ) के दूरभाष मोबाइल नंबर, राज्य हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण सूची में जिले का हेल्पलाइन नंबर लिखा ही नहीं गया है. विभागीय सूत्रों ने बताया कि यह सात वर्ष पूर्व पीओ दिनेश कुमार सूची बनायी गयी थी. आज तक पीआरएस, पीओ की सेवानिवृत्त या ट्रांसफर होने के बाद भी इसमें कोई बदलाव(अपडेट) करने की पहल नहीं हुई.
सूची में पीआरएस के नाम जैसे के तैसे : रामपुर मनरेगा कार्यालय की दीवार की सूची में प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के पीआरएस के नाम जैसे के तैसे हैं. अमाव के पीआरएस का नाम राकेश कुमार लिखा हुआ है जबकि वर्तमान में उदय कुमार पीआरएस पद पर कार्यरत हैं.
इसी तरह सबार के पीआरएस का नाम सतीश कुमार सिंह लिखा है,वर्तमान में जलालपुर पीआरएस श्रवण कुमार के प्रभार में है. कुड़ारी पीआरएस प्रभात कुमार पटेल के नाम पर विनोद कुमार है. बड़कागांव पीआरएस जय जयराम सिंह के नाम के स्थान पर मो एमएच अंसारी का नाम लिखा हुआ है. बेलाव पीआरएस विनोद कुमार के नाम पर जय जयराम सिंह का नाम दिख रहा है. जलालपुर के पीआरएस श्रवण कुमार व खरेंदा पीआरएस प्रद्मुन दुबे का नाम ठीक है क्योंकि, ये दोनों पीआरएस जहां के थे वहीं पर अब भी हैं. पसाई पीआरएस नथुनी पासवान के नाम पर पवन देव कृष्ण के नाम अब भी सूची में कब्जा जमाये हुए है.
भीतरीबांध के पीआरएस सबार पीआरएस सतीश कुमार सिंह के प्रभार में चल रहा था लेकिन, अब यहां पर स्थापित हो गये हैं. इसके साथ ही वर्तमान पीओ नुरुल होदा का नाम है न ही मोबाइल नंबर. इसमें तो पूर्व पीओ का मोबाइल नंबर शो कर रहा है, लेकिन सूची में नाम को पीओ द्वारा बदलवाया जा सकता है. मनरेगा के पीओ प्रतिदिन कार्यालय का कार्यभार संभालते हैं, दो वर्ष में कभी भी उनका सूची में बदलाव कराने के बारे में कभी ध्यान नहीं गया. इस सूची से रामपुर मनरेगा कार्यालय में आनेवाले लोगों को अधूरी जानकारी मिल रही है़ इससे लोगों को अधिकारी या कर्मी से पूछना पड़ता है कि इस पंचायत के पीआरएस कौन हैं व मोबाइल नंबर क्या है.

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