जिगरी दोस्त ने ही ली थी उधम यादव की हत्या की सुपारी !

खुलासा. चर्चित हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का पुलिस ने किया दावा भभुआ सदर : चैनपुर थाना क्षेत्र के मसोइ गांव के रहनेवाले उधम यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके ही एक दोस्त को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि अवैध संबंध और रुपये की लालच में युवक की हत्या की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2017 8:49 AM
खुलासा. चर्चित हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का पुलिस ने किया दावा
भभुआ सदर : चैनपुर थाना क्षेत्र के मसोइ गांव के रहनेवाले उधम यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके ही एक दोस्त को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि अवैध संबंध और रुपये की लालच में युवक की हत्या की गयी थी. आरोपित का नाम संतोष पासवान है और वह रुपिन गांव का रहनेवाला है.
सहायक आरक्षी अधीक्षक जगन्नाथ रेड्डी ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पिछले तीन जनवरी को मसोई गांव के उधम यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी और उसके शव को अमाव गांव के उत्तर बधार में फेंक दिया गया था. मृतक के शव से कुछ दूर उसकी बाइक को भी पुलिस ने जब्त करते हुए तत्काल मामले की छानबीन शुरू कर दी थी.
मोबाइल से मिला हत्यारे का सुराग: छानबीन में पता चला है कि उधम यादव की हत्या सुनियोजित तरीके से की गयी थी. जगन्नाथ रेड्डी ने बताया कि अनुसंधान के ही क्रम में जब चैनपुर थानाध्यक्ष ने मृतक के मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल्स निकलवाया, तो पता चला कर आखिरी बात उसने अपने एक जिगरी दोस्त संतोष से बात की थी. जांच में पता चला कि संतोष ने उधम यादव को फोन कर अमाव बुलाया था. अमाव में पहले से सुधार यादव, प्यारे बिंद और उनके अन्य सहयोगी मौजूद थे. अमाव बुला कर उधम यादव की हत्या कर दी गयी थी.
अवैध संबंध भी बना मौत का कारण !
उधम यादव की हत्या के पीछे अवैध संबंध का मामलाभी सामने आ रहा है. एएसपी जगन्नाथ रेड्डी ने बताया कि उधम यादव का अवैध संबंध मुख्य आरोपी सुधार यादव के भाई दुलार यादव की बेटी से था. इस बारे में जानकारी होने पर दोनों भाई उधम अपनी बेटी से दूर रहने को कहा करते थे. बताया जाता है कि उधम इसके लिए तैयार नहीं हुआ और संभवत: इसी वजह से उसकी हत्या कर दी गयी.
30 हजार में हुआ था सौदा
हत्या के मामले में गिरफ्तार संतोष पासवान ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि सुधार यादव ने ही पैसे का लालच दिखा कर उसे उधम सिंह को बुलाने को कहा था. काम हो जाने पर उसे 30 हजार देने का वायदा किया गया था. पता चला है कि संतोष की तरह ही दूसरे लोगों को भी रुपये का लालच दिया गया था. एएसपी ने बताया कि अभी मुख्य आरोपित सुधार यादव, दुलार यादव व प्यारे बिंद सहित अन्य संलिप्त आरोपित फरार चल रहे. उन्हें भी जल्द दबोच लिया जायेगा.

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